हिंसा के बाद कश्मीर से दूर हुए पर्यटक

श्रीनगर। हिज्बुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्वॉय आतंकी नेता बुरहान वानी की मौत ने कश्मीर के टूरिज्म की वाट लगा दी है। इससे इस बार न सिर्फ अमरनाथ और वैष्णोदेवी की यात्रा बुरी तरह से प्रभावित हुई है बल्कि देशी-विदेशी टूरिस्टों के साथ-साथ बॉलीवुड और टॉलीवुड ने भी कश्मीर से मुख मोड़ लिया है।
 
इसे बाकायदा आधिकारिक तौर पर प्रेस नोट जारी कर स्वीकार किया गया है कि पिछले 42 दिनों से अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित बंद और हिंसक प्रदर्शनों से जहां कश्मीर में ठप पड़े सामान्य जनजीवन ने तरक्की की रफ्तार को रोक दिया है, वहीं पर्यटन उद्योग पटरी से पूरी तरह नीचे उतर गया है।
 
देशी-विदेशी सैलानियों की आमद बंद हो गई है। शूटिंग के लिए वर्षों बाद कश्मीर का रुख कर रहे बॉलीवुड और टॉलीवुड ने वादी में अपने सभी शेड्यूल रद्द करते हुए हिमाचल, उत्तराखंड और विदेशी लोकेशनों का रास्ता पकड़ लिया है।
 
याद रहे कि कश्मीर घाटी में गत 8 जुलाई को आतंकी बुरहान के मारे जाने के बाद से ही राष्ट्रविरोधी हिंसक प्रदर्शनों का दौर चल रहा है। इस हिंसा में अभी तक 67 लोगों की मौत पुलिस गोली से हो चुकी है। अलगाववादियों द्वारा लगातार कश्मीर बंद का ऐलान किया जा रहा है और प्रशासन को हालात सामान्य बनाने के लिए कर्फ्यू व निषेधाज्ञा का सहारा लेना पड़ रहा है।
 
कश्मीर वादी में बिगड़ी कानून-व्यवस्था के चलते पूरा कश्मीर सैलानियों से खाली हो चुका है। श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी इस बार बमुश्किल 2.21 लाख के आंकड़े तक पहुंच पाई है, जो पिछले साल के 3.52 लाख के रिकॉर्ड को भी नहीं छू पाई। 
 
पर्यटकों की आमद ठप होने से जहां विभिन्न होटल ऑपरेटरों ने अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है, वहीं कई रेस्तरां व ढाबे बंद हो गए हैं। टैक्सी चालक परेशान हैं, शिकारे वाले दिनभर डल के किनारे किश्तियों में बैठ पर्यटकों का इंतजार कर रहे हैं।
 
टूरिज्म विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि इस समय पूरा पर्यटन उद्योग पटरी से नीचे उतर चुका है। देशी-विदेशी सैलानियों की आमद बंद है। सबसे ज्यादा नुकसान बॉलीवुड को कश्मीर में दोबारा शूटिंग के लिए मनाने के प्रयासों को पहुंचा है। 
 
बीते 3-4 वर्षों के दौरान बॉलीवुड ने फिर से कश्मीर का रुख शुरू किया था, लेकिन मौजूदा हालात में सलमान खान ने अपनी आगामी फिल्म 'ट्यूबलाइट' का शूटिंग शेड्यूल कश्मीर के बजाए लद्दाख में पूरा करना उचित समझा है।
 
प्रवक्ता ने कहा कि बीते वर्ष 2015 में 1ली से 12 अगस्त तक कश्मीर में 82,243 देशी-विदेशी सैलानी आए थे, लेकिन इस वर्ष अगस्त माह के पहले 12 दिनों में सिर्फ 10,059 पर्यटक ही कश्मीर आए हैं। इनमें से भी अधिकांश श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालु हैं।
 
राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी के अनुसार इस समय गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग, युसमर्ग और अन्य पर्यटन स्थलों पर होटलों व पर्यटन निगम की हट्स में मात्र 2 से 4 प्रतिशत की ही बुकिंग है, जबकि यह 90 से 100 प्रतिशत इन दिनों होनी चाहिए। हमने पूरी वादी में पर्यटकों के लिए आवासीय सुविधा में 50 प्रतिशत की छूट का भी ऐलान किया है, लेकिन फायदा नहीं हो रहा है।
 
इतना जरूर था कि कश्मीर में मौजूदा हालात के बीच लद्दाख में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहां विदेशी सैलानियों की तादाद में खासा इजाफा हुआ है। फिल्मों की शूटिंग भी खूब हो रही है। 
 
जुलाई 2015 में लद्दाख में 35,978 सैलानी आए थे, जबकि इस वर्ष जुलाई में 10,657 विदेशियों समेत 47,647 सैलानी आए हैं। पहले ही आमिर खान की फिल्म 'थ्री इडियट्स' के कारण लद्दाख पर्यटकों का चहेता बन चुका है।

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