पूर्ण कर्जमाफी की घोषणा को किसानों की एकता की जीत बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारी मांगें बेहद स्पष्ट थीं। हम लोग यही चाहते थे कि उनके कर्ज पूरी तरह माफ कर दिए जाएं। पुणतांबा गांव समेत समूचे राज्य से आए किसानों के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं किसानों को धन्यवाद देना चाहूंगा। हमने हरित क्रांति के बारे में सुना था लेकिन महाराष्ट्र के किसानों ने यह दिखा दिया कि जो हरित क्रांति ला सकता है, वह क्रांति भी कर सकता है। (भाषा)