मेरठ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय की सौगात मेरठ को दी है। अवसर था टोक्यो पैरालंपिक में पदक पाने वाले खिलाड़ियों के सम्मान का, उत्तर प्रदेश सरकार के इस सम्मान को पाने लिए देश के कोने-कोने से खिलाड़ी पहुंचे थे। मेरठ के कृषि विश्वविद्यालय में योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों की खुले दिल से हौसलाअफजाई करते हुए सम्मान किया।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत 1857 की क्रांति का बिगुल बजाने वाले मेरठ की धरती को नमन करते हुए वंदे मातरम उद्घोष के साथ की। मुख्यमंत्री योगी ने कहा, मेरठ की धरा पर देश के कोने-कोने से आए पैरालंपिक खिलाड़ियों का स्वागत है। टोक्यो पैरालंपिक में भारत का यह सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। भारत में जितने भी दिव्यांग जन हैं, सभी के लिए सरकार काम कर रही है। टोक्यो पैरालंपिक में दिव्यांगों का प्रदर्शन देखने लायक था।
जब भी मेरठ की बात होती है तो वह स्पोर्ट्स आइटम के लिए जाना जाता है। योगी ने कहा, अब जब मैं यहां पर आया, प्रशासन ने मुझे प्रदर्शनी दिखाई है। आत्मनिर्भर भारत के तहत एक जनपद एक उत्पाद में मेरठ को स्पोर्ट्स गुड्स के लिए चुना गया। जिसके चलते स्पोर्ट्स आइटम तैयार करने के लिए लोगों को रोजगार मिल रहा है, उत्पाद के माध्यम से व्यापार भी बढ़ रहा है। इसलिए यूपी सरकार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेरठ को दे रही है। जिसका काम जल्दी ही शुरू होने जा रहा है।
योगी ने कहा कि मेरठ की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री जो सामान बनाती है, दुनियाभर में उसकी डिमांड है। देश के प्रधानमंत्री मोदी भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। जिसके चलते सभी जगह से सांसद खेल प्रतियोगिता आयोजित करा रहे हैं। हम सभी जानते हैं कि टोक्यो पैरालंपिक में नोएडा के DM व वहीं के प्रवीण ने मेडल दिलाए हैं। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने कोरोना संक्रमण काल में जो प्रदर्शन किया है, वह बहुत ही सराहनीय है।
न्हें नोएडा में जब तैनाती दी गई तब कोरोना का दौर था। 19 अगस्त 2021 को लखनऊ में सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। 31 करोड़ रुपए की धनराशि आज इन सभी खिलाड़ियों को पुरस्कार के रूप में दी जा रही है। टोक्यो पैरालंपिक में जितने भी प्रशिक्षक गए थे, उन सभी प्रशिक्षकों को भी राज्य सरकार 10-10 लाख रुपए की राशि दे रही है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मिलकर अब तक प्रदेश में 71 खेल मैदान दिए हैं। इन खिलाड़ियों ने अपनी दिव्यांगता को दरकिनार करते हुए जो प्रदर्शन किया है, वह बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने देश में प्रदेश का गौरव बढ़ाया है।
प्रदेश सरकार ने तय किया है कि खिलाड़ी अपने प्रदेश के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए खेलता है और आज हम देशभर के खिलाड़ियों के लिए यह कर रहे हैं। मेरठ की क्रांति की इस धरा पर खेल विश्वविद्यालय हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर होगा।
मुख्यमंत्री योगी ने स्पोर्टस गुड्स उत्पाद प्रदर्शनी में लगाए गए 17 से अधिक स्टालों का एक-एक कर निरीक्षण किया। उन्होंने बनाए गए उत्पादों को सराहा व उद्यमियों को प्रोत्साहित किया। प्रदर्शनी में विभिन्न कंपनी, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्रदर्शित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट आयोजित कर कई करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किए है, जिससे उद्यम को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों के समय उद्यमियों में भय व डर का माहौल था जिसे वर्तमान सरकार ने दूर किया, उद्यमियों की समस्याओं का निस्तारण किया व उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया। आज प्रदेश में उद्यम फल-फूल रहे हैं और उद्यमी अपने नए उद्यम लगा रहे हैं व सहजता से अपना कार्य कर रहे हैं।
वहीं सम्मान पाकर खिलाड़ियों के चेहरे खिल गए और उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार का शुक्रिया अदा किया। गुजरात से आईं दिव्यांग खिलाड़ी भावना ने कहा कि जिस तरह उत्तर प्रदेश ने हमें सम्मान दिया है, उसके आभार के लिए शब्द नहीं है। हम एक राज्य के लिए नहीं खेलते, बल्कि पूरे देश के लिए खेलते हैं।