सीएम योगी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि पिछले एक महीने में 105 जीका वायरस पॉजिटिव केस मिले थे, डॉक्टरों के परिश्रम से उनमें से 17 केस निगेटिव हो गए हैं, बाकी 88 केस जो शेष हैं, उनका इलाज किया जा रहा है। कानपुर में जीका वायरस के संक्रमण से वार्ड पांच प्रभावित है। श्याम नगर में स्वच्छता और सैनेटाइजेशन का कार्य प्रमुखता के साथ किया जा रहा है।
प्रशासन ने जीका वायरस की रोकथाम के लिए निगरानी समितियां बढ़ा दी हैं, जो घर-घर जाकर लोगों का हालचाल पूछ रही हैं, पीड़ितों की हालत का जायजा ले रही हैं। वहीं सरकार की तरफ से मेडिकल एक्सपर्ट बढ़ाए जा रहे हैं। फिलहाल कानपुर में स्थितियां नियत्रंण में हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीका से बचाव के उपायों की केडीए सभागार में समीक्षा बैठक भी की। उन्होंने बैठक में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि जीका वायरस के बढ़ते संक्रमण के मामलों को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है। आप सभी लोगों को जागरूक करें और पूरी लगन के साथ से फागिंग, सैंपल की जांच करवाएं।
जो भी व्यक्ति संक्रमित मिलता है या उसमें लक्षण दिखाई देते हैं, उन्हें बिना देरी किए आइसोलेट किया जाए। मच्छरों के साथ ही लार्वा को नष्ट करने के लिए पूरे 10 वार्डों में फागिंग की जाए, हर वार्ड के लिए अलग से एक नोडल अधिकारी नियुक्त हो। है। वहीं शहरी क्षेत्र में एक डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनाया जाए, ताकि जीका वायरस पीड़ितों को उपचार मिल सके।
चुनावी बिसात बिछाते हुए योगी ने पूर्ववर्ती सपा सरकार को घेरते हुए कहा कि पिछली सरकारों के भ्रष्ट और लापरवाह रवैए के कारण कानपुर मेट्रो का काम देरी से शुरू हो पाया है। आगामी चार से छह सप्ताह के भीतर कानपुरवासी सुगम मेट्रो में सफर करेंगे, जिसके लिए वे कानपुर के नागरिकों को बधाई देते हैं। कानपुर में मेट्रो के संचालन के बाद जाम और प्रदूषण से शहर को मुक्ति मिलेगी।