आखिर ऐसी क्या मजबूरी है जो बिहार की एक महिला अपने दो मासूम बच्चों का सौदा करना चाहती है। अस्पताल के बिस्तर पर दर्द से गुजर रही यह महिला इनके बदले में कुछ पैसा चाहती है।
दरअसल, यह महिला टीबी रोग से पीड़ित है और बिहार के नालंदा में एक अस्पताल में भर्ती है। एएनआई के मुताबिक बीमारी से जूझ रही इस महिला का कहना है कि उसे कहीं से भी कोई मदद नहीं मिली है।
महिला का कहना है कि मुझे नहीं पता मैं कब इस दुनिया को अलविदा कह दूं। इसलिए मैं चाहती हूं कि मैं इन बच्चों को किसी को दे दूं और बदले में मुझे पैसे मिल जाएं।
अस्पताल के मैनेजर सुरजीत कुमार ने बताया कि जब मुझे पता तो मैंने इस महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया। इसके दोनों बच्चे भी कुपोषण का शिकार है। उनका भी इसी अस्पताल में इलाज चल रहा है। कुमार ने बताया कि महिला बहुत ही गरीब है और उसका पति उसे छोड़ चुका है।
ट्विटर पर इस घटना पर लोगों ने तीखे कमेंट किए। नियति नामक ट्विटर हैंडल से कहा गया कि एक ने कहा यह हमारी सरकारों की बड़ी नाकामी है। मीडिया और राजनीतिक दल टॉलरेंस और इनटॉलरेंस तथा हिन्दू-मुस्लिम आदि में व्यस्त हैं।
ब्रजबंधु बेहेरा ने ट्वीट कर कहा कि भारत स्वतंत्रता के 73 साल का जश्न मनाने जा रहा है। इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री इस गरीब महिला के बारे में क्या संदेश देंगे, जो अपने इलाज के लिए अपनी संतानों को बेचना चाहती है।