छोटेलाल ने प्रधानमंत्री को लिखे खत मे शिकायत की है कि उनके अपने ही संसदीय क्षेत्र में जिला प्रशासन भेदभावपूर्ण रवैया अख्तियार कर रहा है जबकि पार्टी में भी उनके द्वारा उल्लेखित समस्यायों को अनसुना कर दिया जाता है। अपने पत्र में उन्होंने खासतौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पांडेय और सुनील बंसल के नामों का जिक्र किया है।
सांसद ने लिखा कि मैं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडेय ने तीन बार मिला। सुनील बंसल से भी तीन दफा मिला जबकि मुख्यमंत्री से दो बार मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने मुझे न सिर्फ फटकार लगाई बल्कि आफिस से बाहर जाने को कहा। छोटेलाल ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के रवैये की शिकायत करते हुए कहा कि अपनी ही पार्टी के नेताओं के उपेक्षित व्यवहार से क्षुब्ध होकर मैंने आयोग का दरवाजा खटखटाया मगर वहां से भी मुझे निराशा का सामना करना पड़ा। (वार्ता)