राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा संथारा को आत्महत्या के दायरे में घोषित करने के कारण बदनी देवी के परिजन ने इसकी सार्वजनिक घोषणा नहीं कर तपस्या पर रहने की जानकारी दी। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से उनके संथारा पर होने की घोषणा की।