बदनी देवी का संथारा पूरा

बीकानेर। संथारा पर राजस्थान उच्च न्यायालय के प्रतिबंध लगाने के आदेश पर उच्चतम न्यायालय की रोक लगने के बाद बीकानेर में जैन समाज की 82 साल की महिला बदनी देवी ने संथारा शुरू किया था और शनिवार को देह त्याग दी।

गंगाशहर निवासी बदनी देवी के परिजन ने बताया कि बदनी देवी का संथारा पूरा हो गया है और उन्होंने देह त्याग दी है।
 
बदनी देवी के पार्थिव शरीर के पास बैठे परिजन ने 'णमोकार मंत्र' के उच्चारण के बीच कहा कि हम दुखी नहीं हैं बल्कि हमारे लिए यह खुशी का दिन है। जैन समाज में संथारा लेना एक महोत्सव के समान है।
 
राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा संथारा को आत्महत्या के दायरे में घोषित करने के कारण बदनी देवी के परिजन ने इसकी सार्वजनिक घोषणा नहीं कर तपस्या पर रहने की जानकारी दी। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से उनके संथारा पर होने की घोषणा की।
 
परिजन के अनुसार बदनी देवी ने 17 जुलाई को संथारा का संकल्प लिया था तथा 25 जुलाई को जैन रीति-रिवाज के अनुसार विधिवत संथारा लिया। संकल्प लेने के बाद से उन्होंने कुछ नहीं खाया। (भाषा) 

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