चारधाम यात्रा के लिए तमाम सरकारी दावे अब भी हवा में ही नजर आ रहे हैं। हालाँकि गढ़वाल के मण्डलायुक्त इसकी समीक्षा कर सुविधाओं में सुधार का दावा करते रहे हैं, तथापि न तो चारधाम यात्रा के जाम की स्थिति में सुधार आया है न ही यात्रा मार्ग में पेयजल एवं अन्य समस्याओं का समाधान। इस यात्रा मार्ग को विद्युत कटौती से मुक्त रखने का भी दावा किया गया है। बढ़ती भीड़ ने सारे रिकार्ड तोड़ देने के बावजूद सरकारी दावे खोखले साबित हुए।
यात्रा में एकाएक तेजी अब भी जारी है। बद्री-केदार की यात्रा मार्ग में अब हेमकुण्ट साहिब तीर्थ पर भी यात्रियों की यातायात बढ़ जाने से सड़कों की भीड़ से जाम की संख्या में बढ़ोत्तरी जारी है। शुरूआत से देशभर से आए श्रद्घालु गाड़ियों की कमी के चलते ऋषिकेश जो कि यात्रा का बेस कैम्प माना जाता है में गाड़ियों की प्रतिक्षा करते अपनी यात्रा के इंतजार में हैं।
इस पूरे यात्रा मार्ग में मिलावट का भी बोलबाला है। खाद्य पदार्थों में मिलावट को लगातार कई बार चैकिंग अभियान द्वारा सच भी पाया गया है। तथापि मिलावटखोरी के खिलाफ प्रशासन हमेशा आँखें ही मूँदे हुए है। खाद्य विभाग में स्टाफ की कमी के चलते न तो इस बाबत कोई कार्यवाही हो रही है न ही सरकार का इस ओर ध्यान है। चारधाम यात्रा परिषद् के उपाध्यक्ष सूरतराम नौटियाल मिलावट को काबू करने के लिए छापेमारी की बात कहते नहीं थक रहे, तथापि लोगों खासकर श्रद्घालुओं की शिकायत वस्तुओं की दरों से लेकर उनकी गुणवत्ता को लेकर बनी हुई है।
प्रशासन द्वारा इस यात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के दावे किए जाते रहे हैं तथापि प्रशासन जब भी इसकी जरूरत पड़ी उसके हाथ-पाँव फूलते नजर आए हैं। हालाँकि मुख्यमंत्री देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में प्रदेश के विकास का डंका बजाने का दावा कर रहे हैं तथापि उत्तराखण्ड में यह बयानों के सिवा कहीं और दिखाई नहीं देता।
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इस बार अब तक जो श्रद्घालु चारधाम यात्रा में आमद दर्ज करा चुके हैं, उनमें पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी अधिक श्रद्घालुओं की यहाँ आमद दर्ज होने से क्षेत्रवासी भी उत्साह में हैं। लेकिन व्यवस्थाओं की कमी जारी है। बद्रीनाथ में पुलिस आँकड़ों के अनुसार तीन लाख 58 हजार तीन सौ यात्री आमद दर्ज करा चुके हैं।
गढ़वाल मण्डल के पुलिस महानिरीक्षक एम.ए. गणपति के अनुसार सुरक्षा की यात्रा मार्ग में पूरी व्यवस्था की गई है। इसमें 351 पूर्व सैनिकों को भी शामिल किया गया है तो 55 अस्थाई पुलिस चौकियाँ यात्रा के मद्देनजर स्थापित की गई हैं।