ब्राह्मणों को क्यों कहते हैं द्विज?

ब्राह्मणों का एक नाम द्विज भी है। पुरातन काल में इन्हें 'द्विज' कहकर भी संबोधित किया जाता था। द्विज का अर्थ है- 2 बार जन्म लेने वाला। सवाल यह है कि क्या वाकई ब्राह्मणों का 2 बार जन्म होता है? या यह केवल एक परंपरा है।


 
दरअसल, ब्राह्मण परिवार में बालक जब जन्म लेता है तो वह केवल जन्म से ही ब्राह्मण होता है। उसके कर्म सामान्य इंसानों जैसे ही होते हैं। यह उसका पहला जन्म माना गया है।

दूसरा जन्म तब होता है, जब बालक का यज्ञोपवीत किया जाता है। तब उसे वेदाध्ययन और यज्ञ का अधिकार भी मिल जाता है। 
 
यज्ञोपवीत के बाद ही बालक ब्राह्मण को यज्ञ करने का अधिकार होता है, तब वह वास्तव में कर्म से भी ब्राह्मण हो जाता है। इस तरह ब्राह्मण के 2 जन्म माने गए हैं इसलिए उन्हें 'द्विज' कहा जाता है।

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