इस दिन रात्रि के समय चंद्रमा की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए एवं पूजा के पश्चात चंद्रमा को जल अर्पित करना चाहिए। चंद्रमा के पूजा के पश्चात अन्न से भरे घड़े को किसी योग्य ब्राह्मण या फिर किसी गरीब जरुरतमंद को दान करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से चंद्र देव प्रसन्न होते हैं और व्रती को मनोवांछित फल मिलता है। व्रती की मनोकामनाएं पूर्ण होती है।