These religions are disappearing: वर्तमान में ईसाई, इस्लाम, बौद्ध, हिंदू, सिख और यहूदियों की संख्या अधिक है। इनके अस्तित्व को अभी कोई खतरा नहीं है। पैगन, मुशरिक, ग्रीक, रोमन, रशियन, माया, नॉर्डिक, सबाईन, चर्वाक, आजीवक, कैनेनिट, एटिनिज़्म, मिनोयन, मिथरा, मैनिकेस्म, तेंग, असुर, ऑल्मेक, ग्नोस्तिसिस्म, याज्दानिस्म, अहल ई हक्क, सिचो-नो-ले, तेनरिक्यो, काओ दाई, यूनानी धर्म, सुमेरियाई धर्म, बेबिलोनिया धर्म, असीरियाई या अश्शूर धर्म, इजिप्ट का धर्म आदि धर्म लुप्त हो गए है। इसी के साथ 6 धर्म ऐसे हैं जो विलुप्त होने की स्थिति में पहुंच गए हैं।ALSO READ: दुनिया के वे 10 प्राचीन धर्म जो अब हो गए हैं लुप्त
1. जैन धर्म : जैन धर्म भारत का छठा सबसे बड़ा और प्राचीन धर्म है। मध्यकाल की शुरुआत तक इस धर्म के लोगों की संख्या अधिक थी परंतु कई कारणों के चलते वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार इसकी संख्या 4,451,753 ही रह गई है।
2. पारसी धर्म : यह धर्म कभी ईरान का राजधर्म हुआ करता था। इस्लामिक क्रांति के चलते यहां के लोग शिया मुस्लिम बन गए और बचे हुए पारसियों को अपना मुल्क छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ी। वर्तमान में भारत में मिनिस्ट्री ऑफ माइनोरिटी अफेयर्स के अनुसार, पिछली जनगणना में 60 हजार से भी कम पारसी बाकी रह गए हैं। साल 2001 की जनगणना में पारसियों की आबादी 69,601 थी, जबकि साल 2011 में घटकर 57,264 रह गई।
3. यजीदी : कुछ लोग यजीदी धर्म को हिंदू धर्म की ही एक शाखा मानते हैं। यजीदी इराक, सीरिया, जर्मनी, आर्मेनिया, रूस के निवासी हैं। इस्लामिक आतंकवाद के चलते अब इन्हें दरबदर जिंदगी गुजारना पड़ रही है। यजीदियों की संख्या के कोई निश्चित आंकड़े नहीं है लेकिन अनुमानित रूप से इनकी जनसंख्या 15 लाख के करीब बताई जाती है। 2011 की एक रिपोर्ट में, अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने अनुमान लगाया था कि इराक के सिंजर जिले में लगभग 230,000 यजीदी थे।ALSO READ: Oldest religion in the world: दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौनसा है?
4. बहाई धर्म : 19वीं सदी के मध्य में इराक में मिर्ज़ा हुसैन अली नूरी द्वारा स्थापित धर्म इस धर्म 8 मिलियन के आसपास बताई जाती है।
5. शिंतो : यह जापान में प्रचलित धर्म है। यह जापान के अल्पसंख्यक समुदाय का धर्म है। विश्व धर्म डेटाबेस का अनुमान है कि दुनियाभर में लगभग 3 मिलियन शिंतोवादी हैं, जिनमें से अधिकांश जापान में रहते हैं।
6. ताओ धर्म : ताओवाद की स्थापना पारंपरिक रूप से 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में चीनी दार्शनिक लाओ त्ज़ु द्वारा की गई थी। इसके अनुयायी मुख्य रूप से चीन और ताइवान में रहते हैं। विश्व धर्म डेटाबेस का अनुमान है कि लगभग 8.7 मिलियन ताओवादी हैं।
इसके अलावा इन धर्मों का अस्तित्व है संकट में : जेन, शिंतो, सिचो-नो-ले, तेनरिक्यो, विक्का, काओ दाई, चेनोडो मत, जुचे, कन्फ्यूशीवाद, अहमदिया आदि।
भारत में अन्य धर्म
2011 में हुए अंतिम सेंसस के अनुसार, भारत में हिंदू आबादी 96.63 करोड़ थी। जबकि, मुसलमानों की संख्या 17.22 करोड़ थी। देश में ईसाई 2.78 करोड़, सिख 2.08 करोड़, बौद्ध 0.84 करोड़, जैन 0.45 करोड़, अन्य 0.79 करोड़ थी।ALSO READ: धर्म के 10 नियमों का कॉन्सेप्ट कहां से आया?