सानिया को मिश्रित युगल में अच्छे परिणाम की उम्मीद

Webdunia
रविवार, 7 अगस्त 2016 (19:50 IST)
रियो डि जेनेरियो। भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने महिला युगल में अपनी जोड़ीदार प्रार्थना थोंबरे के साथ मिली पहले राउंड की हार के बाद मिश्रित युगल में अनुभवी रोहन बोपन्ना के साथ बेहतर प्रदर्शन और परिणाम का भरोसा जताया है। 
महिला युगल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी सानिया और उनकी गैर अनुभवी जोड़ीदार प्रार्थना  थोंबरे रियो ओलंपिक में टेनिस स्पर्धा के मुकाबलों में पहले ही राउंड में हारकर बाहर हो गई थीं। 
 
सानिया ने चीनी खिलाड़ियों शुआई पेंग-शुआई झांग के हाथों 2 घंटे 44 मिनट तक चले मैच में मिली 7-6, 5-7, 7-5 की हार के बाद कहा कि भारत को हमेशा मुझसे स्वर्ण पदक की ही उम्मीद रहती है चाहे कुछ भी हो, लेकिन हम केवल कोशिश ही कर सकते हैं और खेल में किसी चीज की गारंटी नहीं होती है। हमने अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था।
 
सानिया और रोहन बोपन्ना की जोड़ी अब मिश्रित युगल में खेलने उतरेगी, जो ओलंपिक में भारत की एकमात्र उम्मीद है। इससे पहले महिला युगल की तरह पुरुष युगल में भी बोपन्ना और लिएंडर पेस पहले ही राउंड में हारकर बाहर हो गए थे। अनुभवी खिलाड़ी ने अपनी टीम साथी थोंबरे का बचाव करते हुए कहा कि थोंबरे अभी विश्व में 190वीं रैंकिंग की खिलाड़ी हैं और उनमें अनुभव की कमी है।
 
उन्होंने कहा कि कृपया आप प्रार्थना पर हमला बंद कर दीजिए। वे विश्व में अभी सिर्फ 190वीं रैंकिंग की खिलाड़ी हैं। उन्होंने सिर्फ शीर्ष 50 रैंकिंग के खिलाड़ियों के साथ ही खेला है। उन पर इतना सख्त होने की जरूरत नहीं है। हमने 2 घंटे तक दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेला है। सभी टीमें बराबर हैं। राफेल नडाल भी विश्व में शीर्ष 10 में हैं। सभी को यहां बराबर का ही मौका मिलता है।
 
29 वर्षीय महिला खिलाड़ी ने कहा कि ओलंपिक काफी मुश्किल स्पर्धा होती है। हम भारत को पदक दिलाने के लिए जो कर सकते हैं वे कर रहे हैं। हम यदि नहीं जीतते हैं तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होता है लेकिन हम अपनी पूरी मेहनत और जी-जान से ही प्रयास करते हैं।
 
सानिया और थोंबरे का मैच देखने के लिए पूर्व कप्तान और भारतीय दल के सद्भावना दूत सचिन तेंदुलकर के अलावा रोहन बोपन्ना और लिएंडर पेस भी मौजूद थे, लेकिन तीन सेटों के संघर्ष के बावजूद भारतीय महिला जोड़ी निर्णायक सेट गंवाकर पहले ही राउंड में बाहर हो गई।
 
मैच में भारतीय जोड़ी ने जिस तरह का प्रदर्शन किया और खासतौर पर थोंबरे में अनुभव की कमी दिखाई दी उसके बाद उन्हें भी हार के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार माना जा रहा है। लेकिन सानिया इससे इत्तेफाक नहीं रखती हैं। 
 
उन्होंने कहा कि हमें प्रार्थना का मनोबल बढ़ाना चाहिए। वे ऊंची रैंक के खिलाड़ियों के साथ खेल रही हैं। इस कोर्ट पर मैच में हम तीन खिलाड़ियों को छोड़कर वही सबसे कम रैंकिंग की थीं। चीनी जोड़ी में 2 पूर्व नंबर वन थीं और मैं मौजूदा नंबर वन रैंकिंग पर हूं। उनके लिए यह अच्छा अनुभव है।
 
सानिया ने कहा कि हम एथलीट हैं और अपनी पूरी क्षमता से खेलते हैं। हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। मैं अभी भी मिश्रित युगल में बनी हुई हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं उसमें बेहतर प्रदर्शन कर सकूंगी।
 
यहां मैच देखने पहुंचे सचिन को लेकर उन्होंने कहा कि सचिन गुडविल एम्बेसेडर हैं। हमें खुशी है कि वे यहां मैच देखने आए हैं। मैं उम्मीद करती हूं कि वे यहां कुछ दिन और रहेंगे। इस बीच थोंबरे ने कहा कि मेरे लिए यह अनुभव भविष्य में काम आएगा। मैंने इस मैच से बहुत कुछ सीखा और मैं उम्मीद करती हूं कि सानिया मुझे और मदद करेंगी। (वार्ता) 
अगला लेख