नाम उसका दो नीली आँखें

निदा फ़ाज़ली
ND
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नीम तले दो जिस्म अजाने
चमचम बहता नदिया जल

उड़ी-उड़ी चेहरों की रंगत
खुले-खुले जुल्फों के बल

दबी-दबी कुछ गीली साँसें
झुके-झुके से नैन-कमल

नाम उसका दो नीली आँखें
जात उसकी ...रस्ते की जात

मजहब उसका भीगा मौसम
पता... बहारों की बरसात ।

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