वतन की आस में पौलेंड बॉर्डर पहुंचे भारतीय छात्रों से बर्बरता, यूक्रेनि‍यन कर रहे अत्‍याचार, वीडि‍यो में नजर आ रहे दहशत के दृश्‍य

Webdunia
सोमवार, 28 फ़रवरी 2022 (12:58 IST)
एक तरफ जहां रूस और यूक्रेन के बीच घमासान युद्ध जारी है वहीं, यूक्रेन और आसपास के इलाकों में फंसे भारतीय और दूसरे देशों के छात्रों और नागरिकों के साथ मारपीट, बर्बरता और बदसलूकी के वीडि‍यो उनके परिजनों का दिल दहला रहे हैं।

कई किलोमीटर पैदल चलकर यूक्रेन से पौलेंड बॉर्डर पहुंचे छात्रों के साथ जमकर मारपीट और भेदभाव किया जा रहा है। पौलेंड बॉर्डर से वीडि‍यो भेजकर छात्र अपनी दर्दभरी कहानियां बता रहे हैं। ये सब देखकर उनके परिजन खौफ में हैं कि‍ उनके बेटे बेटि‍यां वतन वापस आ भी पाएंगे या नहीं।

छात्रों को मारा जा रहा है, घसीटा जा रहा है। दरअसल, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारतीय स्टूडेंट्स की तकलीफ लगातार बढ़ती जा रही है। बच्चे किसी तरह से वापस आने की जद्दोजहद कर रहे हैं। मगर उनके साथ किया जाने वाला पुलिस और सेना का बर्ताव दिल दहलाने वाला है।

जो वीडियो सामने आ रहे हैं, उन्‍हें पोलैंड बॉर्डर का बताया जा रह है। इस वीडियो में यूक्रेनी सैनिक भारतीय छात्रों से मारपीट करते नजर आ रहे हैं। सैनिकों ने यहां लड़कियों को भी बुरी तरह से पीटा है। वीडियो में कुछ छात्र ये कहते हुए भी सुनाई दे रहे हैं कि लड़कियों को बहुत मारा जा रहा है। वीडियो में सैनिक कुछ छात्रों को घसीटते और लात मारते भी नजर आ रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले का एक छात्र भूपेंद्र सिंह राठौर भी वहीं फंसा हुआ है जहां का ये वीडिया बताया जा रहा है। वो लविव में मेडिकल की पढ़ाई करने गया था। मगर रूस और यूक्रेन की जंग के चलते वह वहीं फंस गया है।

मीडिया रिपोर्ट की माने तो भूपेंद्र ने वहां से एक वीडियो बनाकर अपने पिता दीपक सिंह राठौर को भेजा है। जिसमें वो बता रहा है कि वह यहां 33 किलोमीटर पैदल चलकर पोलैंड बॉर्डर पर पहुंचा।

वीडि‍यो में बताया गया है कि यहां हालात बहुत खराब हैं। स्टूडेंट्स के साथ मारपीट की जा रही है। हम लोग काफी डरे हुए हैं।

इसी बीच यह खबर भी आ रही है कि यूक्रेनी सैनिक पहले 10 छात्रों को बॉर्डर पार कराते हैं। उसमें एक भारतीय छात्र को शामिल किया जाता है। इतना ही नहीं, इस दौरान भारतीय छात्रों को पीटा जा रह है। फंसे हुए कई भारतीय छात्र भूखे-प्यासे हैं।

एक वीडि‍यो आया है जिसमें एक भारतीय छात्रा रोते हुए बता रही है कि पौलेंड बॉर्डर पर बहुत ज्‍यादा मारपीट हो रही है, सैनिक लड़का या लड़की किसी को नहीं बख्‍श रहे हैं। वो सिर्फ यूक्रेन के छात्रों की ही मदद कर रहे हैं। उसका दावा है कि कई लडकियां तो पता नहीं कहां गई, उनकी कोई खबर नहीं है।

बता दें कि सोमवार को सुबह करीब 6 बजे इंडि‍यन एयर के पांचवें विमान में भारतीय छात्रों को वतन लाया गया है, वहीं शेष छात्रों और नागरिकों को लाने के लिए केंद्रीय मंत्री जल्‍द ही यूक्रेन के आसपास के देशों में जाकर भारतीय छात्रों को रेस्‍क्‍यू कर सकते हैं।

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख