इन 6 लोगों के सामने गुप्त बातें न करें...

आप किसी को अपना समझकर कोई मन की बात उसे बता देते हैं और जब आपको यह पता चलता है कि आपकी वह बातें अब सभी लोग जानने लगे हैं तो आपको कैसे लगेगा?
 
जिंदगी में ऐसे कई मौके आते हैं जबकि आप अपने सुख या दुख किसी के साथ शेयर करते हैं, लेकिन आप जिसके साथ शेयर कर रहे हैं हो सकता है कि वह आपकी भावना की कद्र न करता हो और वह आपकी बातें मनोरंजन के लिए सुनता हो। बाद में सारी बातें वह अपने किसी खास को बता देता हो। हर व्यक्ति का एक खास जरूर रहता है जिसके कारण सभी बातें आम हो जाती है।
हालांकि हमारे प्राचीन नीतिज्ञों ने कहा है कि इन 6 से कम से कम अपने मन की बातें न ही बताएं तो अच्‍छा हैं अन्यथा आप मुसिबत नहीं भी झेलेंगे तो आपको मन ही मन दुख तो जरूर होगा।
 
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1.लोभी: लोभी का अर्थ होता है लालची। लालची व्यक्ति कोई भी हो सकता है। कहते हैं कि ऐसे व्यक्ति का कोई मित्र नहीं होता उसका स्वार्थ ही उसका मित्र होता है। धन का लालच या किसी अन्य चीज का लालच हो, वह अपने स्वार्थ की पूर्ति हेतु आपके हितों का बलिदान कर देगा।
ऐसे व्यक्ति को आपने यदि अपनी कोई गुप्त बात बता दी है या उसे कोई गुप्त जानकारी है तो वह पैसे के लालच में यह बात किसी को भी बता देगा। इसलिए लालची इंसान पर भरोसा कर उसे कभी कोई राज की बात नहीं बतानी चाहिए।
 
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2. अपराधी प्रवृत्ति का पुरुष : नीच पुरुष या बुरे काम करने वाला पुरुष कभी किसी का सगा नहीं हो सकता। जो पुरुष चोरी, लूट, डकैती, मुनाफाखोरी आदि ऐसे काम करते हैं, जिससे दूसरों को नुकसान होता है, वह निम्न श्रेणी के होते हैं।
ऐसे लोग अपने लाभ हेतु किसी भी हद तक जाकर किसी का कुछ भी बिगाड़ सकते हैं। इसलिए न तो ऐसे लोगों के साथ रहना चाहिए और न ही इनके सामने कभी कोई गुप्त बातें करनी चाहिए।
 
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3.मूर्ख : मूर्ख यानी वह व्यक्ति जिसे अच्छे-बुरे, अपने-पराए या दोस्त-दुश्मन का फर्क मालूम नहीं होता उसे मूर्ख समझ सकते हैं। हालांकि मूर्ख और भी कई प्रकार के होते हैं बस उनकी पहचान करना याद होना चाहिए।
 
यदि आप किसी मूर्ख के सामने कोई गुप्त बात कहेंगे तो जाने-अनजाने में वह किसी को भी वह बात बता सकता है या उससे कोई भी गुप्त बातें आसानी से उगलाई जा सकती है। इसलिए मूर्ख व्यक्ति के सामने कभी कोई गुप्त बात नहीं करनी चाहिए वर्ना आप मुसिबत में फंस कसते हैं।
 
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4.बालक : बच्चों के सामने ऐसी कोई सी बात नहीं करना चाहिए जो आप गुप्त रखना चाहते हैं। क्योंकि बच्चों को यह ज्ञान नहीं रहता है कि किसके सामने क्या बात बोलनी चाहिए और क्या नहीं। 
 
बहुत से माता पिता ऐसे हैं जो अपने बच्चों के सामने हर तरह की बातें करते रहते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चे के सामने कही गई बातें दूसरे लोगों को पता चल सकती है और इसका नुकसान आने वाले समय में उठाना पड़त है। इसलिए यदि हमारे आस-पास बच्चे हैं तो सोच-समझ कर ही बातें करें।
 
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5. क्रोधी या उन्मादी व्यक्ति के सामने : बहुत से लोग क्रोधी होते हैं और बहुत से लोगों में उन्माद के लक्षण होते हैं। उन्माद को पागलपन मान सकते हैं, लेकिन ये पागल नहीं होते। ऐसे लोगों की पहचान करना जरूरी है। कभ ये अति उत्साही होते हैं और कभी निराश। ये लोग बिना कारण कुछ भी कर बैठते हैं। ऐसे लोगों के सामने कभी कोई गुप्त बात नहीं करना चाहिए।
 
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6. स्त्री : ऐसे कहते हैं कि स्त्रियों के पेट में कोई बात नहीं टिकती। कई बार स्त्रियां ऐसी बातें भी सभी के सामने बोल देती हैं, जिससे परिवार का मान-सम्मान कम होता है।
 
स्त्रियां कभी न कभी किसी के सामने गुप्त बात बोल ही देती हैं। ये बात जानना वाला भले ही उनका हितेशी न हो। इसलिए स्त्रियों के सामने कभी भी ऐसी कोई बात न करें जिसे आप गुप्त रखना चाहते हैं। समय आपने पर ही उसके संबंध में बात करें। 
 
स्त्रियां मूढेन बालेन लुब्धेन लघुनापि वा।
न मंत्रयीत गुह्यानि येषु चोन्मादलक्षणम्।।
अर्थ- 1.स्त्री, 2. मूर्ख, 3. बालक, 4. लोभी और 5. नीच पुरुषों के साथ तथा जिसमें 6. उन्माद का लक्षण दिखाई दे, उसके साथ भी गुप्त परामर्श न करें।

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