10 बातें कभी किसी को न बताएं, वर्ना पछताएंगे

फेसबुक और वॉट्सअप के जमाने में जीवन में कुछ बातों की गोपनीयता रखना जरूरी है। हालांकि बहुत से लोग जो सचमुच ही आपके दोस्त नहीं है वे आपसे आपकी गोपनीय या पर्सनल बातों को जानना चाहेंगे। 
जो व्यक्ति आपसे हर तरीके से आपके राज जानने का प्रयास कर रहा है तो समझ जाएं कि वह आपका हितैषी तो कतई नहीं है। वह तो बस आपकी शक्ति, कमजोरी, योग्यता या बे ग्राउंड को जानना चाहता है। ऐसे लोगों से सावधान हो जाएं, जो आपसे खोद-खोद कर कुछ पूछ रहे हैं। खैर...आप कम से कम अपनी कुछ बातें गोपनीय रखेंगे तो जीवन में फायदे में रहेंगे।
 
हमने यहां पुराने समय में प्रचलित ऐसी 10 बातों को संकलित किया है जो पौराणिक किताबों में मिलती है। हालांकि आजकल इन बातों का कोई महत्व नहीं रहा फिर भी कुछ लोग उनको मानते हैं।
 
अगले पन्ने पर पहली गोपनीय बात...
 

आयु को रखें गोपनीय : हालांकि कुछ लोग आपकी आयु जानते हैं और कुछ जानना चाहते हैं। लेकिन यदि कोई आपसे बिना किसी कारण के आयु पूछता है, तो उसे कतई न बताएं।
लेकिन वर्तमान में यह संभव नहीं है। लाइसेंस, पासपोर्ट या अन्य किसी कार्य के लिए फॉर्म भरने में इसका खुलासा करना ही होता है। लेकिन कभी कभी ऐसे मौके या स्थान होते हैं जहां आयु बताना जरूरी नहीं होता। आजकल अनजान लोग भी पूछ लेते हैं कि कितने वर्ष के हैं आप?
 
अगले पन्ने पर दूसरी गोपनीय बात...
 

आपका धन : लोग जानना चाहते हैं कि आप कितना कमाते हैं। यदि आप सीधे-सीधे नहीं बताएंगे, तो ये लोग दूसरे तरीके से पूछताछ करके अनुमान लगा लेंगे। हालांकि आप अपने धन को जितना हो सके गोपनीय रखेंगे तो आपके लिए ही अच्छा होगा।
धन को अपने परिचित या रिश्तेदारों से गोपनीय ही रखने की सलाह दी जाती रही है, लेकिन ध्यान रखें अपनी पत्नी से गोपनीय रखेंगे और यदि उसे शक हो गया, तो आपके लिए वही धन दुखदाई साबित होगा। इसलिए आप इस बारे में अच्छे से सोच-विचार कर लें।
 
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घर का रहस्य : बहुत से ऐसे लोग हैं, जो अपने घर में हर किसी की एंट्री कर देते हैं और घर के कोने-कोने से सभी को अवगत करा देते हैं। जो लोग आपके विश्वासपात्र हैं उन्हें जरूर इसकी छूट दी जा सकती है, लेकिन हमने देखा है कि बहुत से ऐसे लोग भी आपके घर में घुसकर उसे देखना चाहेंगे जिनसे आपका कोई खास संबंध नहीं है।
पुराने समय में लोग संयुक्त परिवार में रहते थे और उनके घर भी बड़े होते थे। ऐसे में यह धारणा प्रचलित हुई की किसी को अपने घर का रहस्य नहीं बताना चाहिए। सभी के कमरे अलग-अलग होते हैं और सभी का अपना व्यक्तिगत जीवन होता है।
 
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परिवार की बातें : बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो अपने घर-परिवार की सारी बातें अपने मित्र, रिश्तेदार या किसी परिचित से शेयर करते रहते हैं। ऐसे लोग बाद में पछताते हैं। इससे घर के सदस्यों में आपसी मनमुटाव और अविश्‍वास की भावना बढ़ती है। घर की बातें घर में ही रखने से जीवन सुखमय बनता है।
पति-पत्नी का संसार-व्यवहार गोपनीय रखना चाहिए। बहुत से मुर्ख लोग अपनी पत्नी के साथ उनका व्यवहार कैसा है यह भी दूसरों को बताते रहते हैं। आप अपने परिवार की बातें हमेशा गुप्त रखें अन्यथा सुनने वाले तो मजे लेकर हट जाएंगे, लेकिन आप पछताएंगे।
 
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दान-पुण्य गोपनीय रखें : आपने जो भी दान दिया है उसे गुप्त रखेंगे तो ही उसका लाभ मिल सकता है। गोपनीय दान देवताओं की नजर में रहता है और जिस दान का बखान किया जा रहा है उसका फल निष्फल हो जाता है।
मंदिर में दान दें, किसी गरीब को भोजन कराएं या किसी भी प्रकार का पुण्य कार्य करें उसका अपने मुंह से बखान न करें। यदि आपने इसे किसी के समक्ष जाहिर कर दिया, तो समझों वह खारिज हो जाएगा।
 
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गुरुमंत्र, साधना और तप : यदि आपने किसी योग्य गुरु से दीक्षा ली है, तो उसके द्वारा दिया गया गुरुमंत्र गोपनीय रखें। हालांकि गुरुमंत्र कई प्रकार के होते हैं, जैसे किसी ने आपको कुछ ज्ञान दिया या कुछ हुनर सिखाया वह भी गुरुमंत्र है। 
इसके अलावा ‍यदि आप किसी भी प्रकार की साधना, तप या ध्यान कर रहे हैं तो उसे भी गोपनीय रखें अन्यथा वह निष्फल हो जाएगी। इस संबंध में गोपनीयता से ही लाभ मिलता है। 
 
अगले पन्ने पर सातवीं गोपनीय बात...
 

दवा-दारू : आप यदि किसी भी प्रकार की दवाई खाते हैं तो उसे गोपनीय रखें। माना जाता है कि दवा का असर भी तब तक रहता है जब तक वह गोपनीय है। हालांकि कुछ लोग इससे इत्तेफाक रख सकते हैं। लेकिन प्राचीनकाल में हो सकता है कि यह किसी विशेष रोग या औषधी के लिए कहा गया हो। पहले के लोग कुछ लोग दुर्लभ वनस्पिति के जानकार भी होते थे।
बहुत से लोग कहते हैं कि यदि आप दारू भी पीते हैं, तो वह तभी तक उचित है जब तक कि उसकी गोपनीयता भंग न हो। जिस दिन लोगों को उसके बारे में पता चलता है समझों उसी दिन से आपका पतन भी होना शुरू हो जाता है।
 
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अपना अपमान गोपनीय रखें: यदि सार्वजनीक रूप से आपका अपमान किया जा रहा है, तो उसका जमकर प्रतिकार करें। फिर भी व्यक्ति को बहुत से मामले में कभी-कभी मजबूरीवश अपमान झेलना पड़ता है।
अपमान को दिमाग में ज्यादा दिन तक नहीं पालें, बल्कि इस पर विचार करें कि दोबारा कोई आपके साथ ऐसा नहीं कर पाएं। यह भी याद रखें यदि आप अपने अपमान को प्रचारित करेंगे तो फिर कई लोग आपका अपमान करने लगेंगे, क्योंकि लोगों को आपके साथ कभी सहानुभूति नहीं रहती है। जो लोग किसी की सहानुभूति अर्जित करना चाहते हैं, वही अपने अपमान के बारे में किसी से चर्चा करते हैं।
 
अगले पन्ने पर नौवीं गोपनीय बात...
 

अपनी अयोग्यता या कमजोरी को रखें गोपनीय : हालांकि बहुत-सी जगह या मामले में इसे गोपनीय रखना घातक भी सिद्ध हो सकता है। लेकिन बहुत से मामलों में इसे उजागर करने से आपको लोग कमजोर समझकर आपके साथ गलत व्यवहार करने लगेंगे या आपको मानसिक रूप से दबाने लगेंगे।
इसीलिए इस बारे में आप अच्छे से विचार कर लें कि कब, कहां कौन-सी कमजोरी गोपनीय रखना है। कमजोरी और अयोग्यता में फर्क करना भी सीखें।
 
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मन की बात : मन में बहुत-सी ऐसी बातें होती है जिनको जगजाहिर करने से आप अपने आसपास संकट खड़े कर सकते हैं। हो सकता है कि आपके मन में किसी बात को लेकर अवसाद हो, क्रोध हो या घृणा हो। मन में हजारों तरह के विचार उत्पन्न होते हैं, लेकिन बुद्धिमान मनुष्य उन्हीं विचारों को व्यक्त करता है जो उसके हित में होते हैं।
लेकिन इस तरह की बातों को जगजाहिर करने से आपके संबंध में लोग एक तरह की राय बनाना शुरू कर देंगे और फिर लोग आपकी अच्छी बातों को नहीं सुनेंगे आपके उस गुस्से या फ्रस्टेशन की ही चर्चा करेंगे। आपके 10 अच्छे कार्य उस एक मन के विकार के सामने कमजोर के पड़ जाएंगे।

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