2 रुपए की किताब : गीता प्रेस से छपने वाली किताबों के दाम इतने सस्ते होते हैं कि कोई भी सोचने पर मजबूर हो जाए कि इतनी मोटी, जिल्द चढ़ी किताब इतने सस्ते में कैसे बिक सकती है। गीता प्रेस की स्थापना का मुख्य उद्देश्य सस्ती, सचित्र, शुद्ध, सजल्दि और सुंदर पुस्तकें छापने के लिए किया गया था। गीता प्रेस में आज आधुनिकतम मशीनों पर लगभग 200 लोग काम करते हैं। प्रकाशन ने मात्र दो रुपये में दो इंच की धार्मिक पुस्तक का प्रकाशन किया। जैसे हनुमान चालीसा, गीता सार, अन्य देवी देवताओं की चालीसा, दोहे, आरती, स्त्रोत आदि।