मुंबई। बीएसई में पिछले 2 कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर मंगलवार को अंकुश लग गया और सेंसेक्स नाम-मात्र की गिरावट के साथ लगभग पिछले स्तर पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख और कोविड-19 संक्रमण के मामले में कमी के बावजूद एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि. और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे शेयरों में मुनाफासूली से बाजार में गिरावट आई।
30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 14.37 यानी 0.03 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 50,637.53 पर बंद हुआ। दूसरी तरफ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10.75 यानी 0.07 प्रतिशत की हल्की बढ़त के साथ 15,208.45 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक 2.02 प्रतिशत की गिरावट एचडीएफसी बैंक में आई।
इसके अलावा ऐक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी और आईटीसी समेत अन्य शेयरों में गिरावट रही। दूसरी तरफ, जिन शेयरों में सर्वाधिक तेजी रही, उसमें एशियन पेंट्स सबसे ऊपर है। इसमें 3.38 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा टाइटन, बजाज फिनसर्व, ओएनजीसी, इन्फोसिस, टीसीएस और पॉवरग्रिड समेत अन्य शेयर लाभ में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 21 लाभ में जबकि 9 नुकसान में रहे।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार सीमित दायरे में रहे। बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में पिछले 2 दिनों की जोरदार तेजी के बाद मुनाफावसूली की गई। जबकि अन्य शेयर सकारात्मक दायरे में रहे। उन्होंने कहा कि धातु शेयरों में 2 दिन की गिरावट के बाद तीव्र सुधार देखने को मिला। इस क्षेत्र की कंपनियों के चौथी तिमाही के वित्तीय परिणाम बेहतर रहने और आने वाली तिमाहियों में स्थिति बेहतर रहने के संकेत से निवेशकों की रुचि फिर से बढ़ी है।
हालांकि मोदी ने कहा कि निवेशकों की नजर कोविड-19 संक्रमितों की दैनिक संख्या पर होगी। इसके अलावा टीकाकरण की गति तथा राज्यों द्वारा अगले सप्ताह से 'लॉकडाउन में ढील' की उम्मीद पर निगाह होगी। पाबंदियों में ढील से बाजार को गति मिलनी चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को सुबहर जारी आंकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में 41 दिनों बाद 24 घंटे में कोविड-19 के 2 लाख से कम 1,96,427 नए मामले सामने आए। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सोल और तोक्यो बढ़त में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 68.03 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे मजबूत होकर 72.77 पर पहुंच गया। शेयर बाजार के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहें। उन्होंने 585.36 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे। (भाषा)