निवेशकों को क्यों निराश कर रहा है शेयर बाजार, 4 दिन में 7 लाख करोड़ से ज्यादा डूबे

नृपेंद्र गुप्ता
गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023 (11:29 IST)
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में पिछले 5 सत्रों से आ रही गिरावट की वजह से निवेशकों में निराशा का माहौल है। 4 दिन में निवेशकों के 7 लाख करोड़ से ज्यादा डूब चुके हैं। बुधवार को ही शेयर बाजार में आई गिरावट ने एक साथ 200 से अधिक शेयर पर लोअर सर्किट लगा दिए और निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
 
क्यों गिर रहा है बाजार : शेयर बाजार एक्सपर्ट योगेश बागौरा के अनुसार, रिजर्व बैंक द्वारा रेट ऑफ इंटरेस्ट बढ़ाने की आशंका से बाजार में गिरावट का दौर दिखाई दे रहा है। आज कटान होने की वजह 17600 के आसपास बंद होने की संभावना है जबकि सेंसेक्स 59900 के आसपास बंद होगा। आईटी, बैंक निफ्टी, ऑटो सेक्टर, फॉर्मा सेक्टर आदि में गिरावट हुई। RBI और फेड रिजर्व की पॉलिसी ही आगे बाजार की दिशा तय करेगी। अमेरिका और रूस के बीच बढ़ रहे तनाव का असर भी भारतीय बाजारों पर पड़ता दिखाई दे रहा है।
 
ब्लूमबर्ग के रिपोर्ट के मुताबिक, ETF और ADR को छोड़कर यूके में प्राथमिक लिस्टिंग का संयुक्त बाजार पूंजीकरण मंगलवार को लगभग 3.11 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। यह उनके भारतीय समकक्षों की तुलना में लगभग 5.1 बिलियन डॉलर अधिक है। 29 मई के बाद से ऐसा अब तक नहीं हुआ था।
 
अडाणी के शेयरों ने भी बिगाड़ा खेल : शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी के आरोपों के बाद से ही अडाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अडाणी के शेयरों में गिरावट से शेयर बाजार की चाल पर भी बुरा असर पड़ा है। अडाणी इंटरप्राइजेस का शेयर गुरुवार को 1405 रुपए पर था। अडानी समूह की मार्केट कैप 70 फीसदी गिरकर 7.55 लाख करोड़ रुपए रह गई। खुद गौतम अडाणी भी टॉप 25 अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो चुके हैं।
 
बुरा सपना रहे 30 दिन : अडाणी ग्रुप के लिए यह 30 दिन बुरे सपने की तरह रहे। अडाणी इंटरप्राइजेस, अडाणी पॉवर, अडाणी पोर्ट्स, अडाणी विल्मर, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी टोटल, एसीसी सीमेंट, अंबुजा सीमेंट, अडाणी ग्रीन एनर्जी और NDTV के शेयरों में लगातार गिरावट आई।
 
गिरकर खुला बाजार : गुरुवार को भी शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 92.7 अंक टूटकर 59,652.28 अंक पर आ गया, निफ्टी 34.5 अंक की गिरावट के साथ 17,519.80 अंक पर था। हालांकि बाद में बाजार की स्थिति में सुधार देखा गया।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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