Krishnaval which is the symbol of Lord Krishna: हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार जो व्यक्ति संन्यास या धर्म के मार्ग पर चल रहा है उसे प्याज नहीं खाना चाहिए। प्याज को तामसिक भोजन में शामिल किया गया है। हिन्दू धर्म में व्रतधारी को प्याज और लहसुन खाने का मना किया जाता है, क्योंकि प्याज और लहसुन शरीर में उत्तेजना बढ़ाते हैं। यह कामेच्छा बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ होते हैं, लेकिन इसका भगवान श्रीकृष्ण से क्या है संबंध?ALSO READ: Mahabharat : विदुर ने भीष्म और श्रीकृष्ण ने कर्ण को ऐसा रहस्य बताया कि बदल गई महाभारत
1. प्याज को ग्रामीण क्षेत्रों में कांदा भी कहते हैं। अंग्रेजी में इसे ओन्यन या अन्यन (onion) कहते हैं।
2. यह कंद श्रेणी में आता है जिसकी सब्जी भी बनती है और इसे सब्जी बनने में मसालों के साथ उपयोग भी किया जाता है।
3. प्याज को संस्कृत में कृष्णावल कहते थे। हालांकि आजकल यह शब्द प्रचलन में नहीं है। कृष्णावल कहने के पीछे एक रहस्य छुपा हुआ है।
9. कृष्णावल कहने के पीछे सिर्फ यही एक कारण नहीं है बल्कि यदि आप प्याज को उसकी पत्तियों के साथ उलटा पकड़ेंगे तो वह गदा का भी रूप ले लेता है।
10. यह भी रोचक है कि बगैर पत्तों के वह पद्म यानी कमल का आकार लेता है। गदा और पद्म भी भगवान विष्णु चक्र और शंख के साथ धारण करते हैं।
11. उल्लेखनीय है कि इस संबंध में यह खास जानकारी सोनी टीवी पर प्रसारित 'देवी अहिल्या' धारावाहिक में बताई गई थी। अहिल्या से उनकी सास गौतमा रानी ने पूछा था कि घर में कृष्णावल नाम की कौन सी चीज होती है।
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