अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के सामने चुनौती पेश करने वाली भारतीय टीम गुरुवार को यहां एशिया कप फुटबॉल टूर्नामेंट के अपने दूसरे ग्रुप मैच में उज़्बेकिस्तान का सामना करेगी और उसका लक्ष्य पिछले मैच की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।भारत ने 13 जनवरी को खेले गए अपने पहले मैच में खिताब के प्रबल दावेदार ऑस्ट्रेलिया को 50 मिनट तक सफलता हासिल नहीं करने की थी लेकिन आखिर में उसे 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने आक्रामक रवैया अपनाया लेकिन सुनील छेत्री की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने उसे बड़े अंतर से जीत दर्ज नहीं करने दी।
भारतीय रक्षापंक्ति ने पहले हाफ में अच्छा खेल दिखाया और उज्बेकिस्तान के खिलाफ वह इसे जारी रखने की कोशिश करेंगे। उज्बेकिस्तान ने अपना पहला मैच सीरिया के खिलाफ गोल रहित ड्रा खेला था।भारत विश्व रैंकिंग में 102वें जबकि उजबेकिस्तान 68वें नंबर पर है। छेत्री ने हालांकि कहा कि उज़्बेकिस्तान की टीम ऑस्ट्रेलिया की तरह मजबूत नहीं है और भारत उसे कड़ी चुनौती देने के लिए तैयार है।उन्होंने कहा,उज़्बेकिस्तान की टीम ऑस्ट्रेलिया की तरह मजबूत नहीं है लेकिन वह एक अच्छी टीम है इसलिए हमारे सामने इस मैच में भी बड़ी चुनौती होगी।
उज्बेकिस्तान के खिलाफ भारत को जवाबी हमले करने पर ध्यान देना होगा। छेत्री, मनवीर सिंह जैसे अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ियों को जो भी मौका मिले उसका फायदा उठाना होगा।रक्षापंक्ति में संदेश झिंगन की भूमिका अहम होगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने शानदार खेल दिखाया था।
पिछले एक साल में चीन, ओमान और बोलिविया जैसी टीमों को हराने वाली उज़्बेकिस्तान की टीम सीरिया के खिलाफ मौकों का फायदा नहीं उठा पाई थी और वह इसकी भरपाई भारत के खिलाफ करने की कोशिश करेगी।
भारत और उज्बेकिस्तान के बीच अभी तक कुल आठ मैच खेले गए हैं। भारत ने इनमें से केवल एक मैच जीता है। उज्बेकिस्तान ने पांच मैच जीते हैं जबकि दो मैच ड्रॉ रहे।इन दोनों टीम के बीच आखिरी मैच 2001 में कुआलालंपुर में मर्डेका कप में खेला गया था, जिसमें उज्बेकिस्तान की टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की थी। उज़्बेकिस्तान पिछले छह मैच में भारत से नहीं हारा है।(भाषा)