नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक 2020 के क्वालीफायर टूर्नामेंट की तैयारी के सिलसिले में इटली में प्रशिक्षण ले रहे भारतीय मुक्केबाजों को नोवेल कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए समय से पहले घर वापस आने का विकल्प दिया गया था लेकिन टीम ने वहां रुके रहने का फैसला किया।
भारतीय खिलाड़ी असिसी स्थित प्रशिक्षण शिविर में अभ्यास कर रहे है जो इटली में इस जानलेवा बीमारी के केन्द्र से काफी दूर है। भारतीय टीम में 13 मुक्केबाज और इतने ही सहयोगी सदस्य हैं।
टीम इटली के मध्य क्षेत्र के उम्ब्रिया स्थित पहाड़ी शहर असिसी में अभ्यास कर रही है। इटली में कोरोना वायरस का प्रकोप उत्तरी लोम्बार्डी क्षेत्र में है जहां इससे 7 लोगों की मौत हो गई है जब कि 229 लोग संक्रमित है।
भारतीय टीम के हाई परफोरमेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने असिसी से कहा, ‘हम असिसी में बने रहेंगे, हमे कल भी अभ्यास करना है। जब हमने इटली में कोरोना वायरस के प्रसार के बारे में सुना तो चिंतित हो गए थे लेकिन हमें मालूम है कि हम वहां से काफी दूर है।’
उन्होंने कहा, ‘हमने इटली के अधिकारियों से भी बात की और महसूस किया कि अभी हमारे लिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।’
ओलंपिक के लिए मुक्केबाजी के क्वालीफायर के मुकाबले 3 मार्च से जार्डन में होंगे। इस प्रतियोगिता को पहले चीन के वुहान में होना था लेकिन इस शहर के कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद जार्डन को इसकी मेजबानी सौप दी गई।
एमसी मेरीकॉम, अमित पंघाल और विकास कृष्णा सहित भारतीय मुक्केबाज शुक्रवार को रोम से जार्डन के लिए रवाना होंगे। नीवा ने राष्ट्रीय महासंघ के साथ कोरोना वायरस के प्रसार पर चिंता जताई थी जिसके बाद टीम को बुधवार को वहां से समय से पहले निकलने का विकल्प दिया गया था।
नीवा ने कहा, ‘हां महासंघ ने हमें यहां से समय से पहले निकलने का विकल्प दिया था लेकिन हम यहां रूक कर योजना के मुताबिक अपने शिविर को पूरा करेंगे। हम खतरे वाले क्षेत्र से काफी दूर है।’