महाबली सतपाल को ओलंपिक में रवि और दीपक से पदक का भरोसा

Webdunia
मंगलवार, 25 फ़रवरी 2020 (22:57 IST)
नई दिल्ली। देश को तीन ओलंपिक पदक देने वाले पहलवानों सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त के गुरु महाबली सतपाल ने कहा है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि उनके युवा शिष्य रवि कुमार और दीपक पुनिया इस बार टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए पदक हासिल करेंगे।
    
रवि ने हाल में राजधानी में संपन्न हुई सीनियर एशियाई कुश्ती प्रतियोगिता के 57 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था जबकि दीपक ने 86 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता था। रवि और दीपक दोनों ही पिछले साल हुई विश्व चैंपियनशिप में देश को  ओलंपिक कोटा दिला चुके हैं। दीपक ने विश्व चैंपियनशिप में रजत और रवि ने कांस्य पदक जीता था। 
        
अपने शिष्यों से उम्मीदों को लेकर पद्मभूषण से सम्मानित सतपाल ने कहा, मुझे पूरी उम्मीद है कि इस बार पहलवान टोक्यो ओलंपिक में तीन-चार पदक लाएंगे और उनमें रवि तथा दीपक के पदक शामिल होंगे। मुझे यह भी उम्मीद है कि मेरा कोई ना कोई शिष्य स्वर्ण पदक जीतेगा। सुशील ओलंपिक में कांस्य और रजत जीत चुके हैं जबकि योगेश्वर ने कांस्य पदक जीता है और अब मेरा सपना स्वर्ण पदक का है।
       
द्रोणाचार्य अवॉर्डी सतपाल ने कहा, यह दोनों ही पहलवान आठ-नौ साल से मेरे पास हैं और मेरे छत्रसाल स्टेडियम अखाड़े में ट्रेनिंग कर रहे हैं। रवि स्कूल गेम्स, एशियाई कैडेट और विश्व कैडेट में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में रजत, सीनियर विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक और सीनियर एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुका है।
 
सतपाल ने कहा, रवि का सीनियर वर्ग में प्रदर्शन एक अजूबा है। वह भी बहुत ही सीधा और अनुशासित पहलवान है और उसका एक ही लक्ष्य है ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना। मेरा भी 100 फीसदी मानना है कि वह ऐसा कर सकता है। अब एशियाई चैंपियनशिप में उसके स्कोर को देखें तो पता लगेगा कि वह कितने दबदबे के साथ लड़ा था। वह अटैक करने वाला पहलवान है, जिसका डिफेंस भी बहुत मजबूत है।
 
महाबली सतपाल ने कहा कि रवि के सभी मुकाबलों में अंकों का अंतर बहुत ज्यादा था। रवि ने फाइनल में ताजिकिस्तान के हिकमातुलो वोहिदोव को 10-0 से धूल चटाई। उन्होंने क्वालिफिकेशन में 2018 के विश्व चैंपियन जापान के यूकी ताकाहाशी को 14-5 से हराया और क्वार्टरफाइनल में मंगोलिया के तुग्स बतजारगल को चित्त किया। रवि ने सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के नुरइस्लाम सानायेव को 7-2 से और फाइनल में वोहिदोव को 10-0 से पराजित किया।
 
23 वर्षीय रवि की ट्रेनिंग को लेकर सतपाल ने कहा, हमने उसके लिए कार्यक्रम तैयार कर रखा है और रोजाना उससे 6 से 7 घंटे मेहनत कराते हैं। मुझे टोक्यो में रवि से बहुत उम्मीदें हैं।
 
सतपाल ने कहा, रवि जैसी ट्रेनिंग की स्थिति दीपक के लिए भी है जो अभी 21 साल का नहीं हुआ है। दीपक ने वर्ल्ड जूनियर में स्वर्ण और वर्ल्ड सीनियर में रजत जीता है। दीपक 2018-2019 में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप का स्वर्ण विजेता है और इस बार सीनियर एशियाई में उसने कांस्य पदक जीता। दीपक ने कांस्य पदक मुकाबले में इराक के अब्दुलसलाम अल ओबैदी को पहले ही राउंड में 10 अंक बटोर कर करारी शिकस्त दी थी।
 
उन्होंने कहा, हम पहलवानों की फिटनेस पर पूरा ध्यान दे रहे हैं और इसमें कुश्ती फेडरेशन से पूरा सहयोग मिल रहा है। हम पहलवानों के लिए नई तकनीक पर भी काम कर रहे हैं क्योंकि जापानी पहलवान भारतीय पहलवानों की कमजोरी को ढूंढने की काफी कोशिश करते हैं।

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