नई दिल्ली। राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन आगामी 15 से 18 नवंबर तक मध्य प्रदेश के इंदौर में होगा लेकिन इस चैंपियनशिप में कुश्ती की विश्व संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग का दो दिन का नया नियम लागू नहीं होगा।
62वीं पुरुष फ्री स्टाइल और ग्रीको रोमन तथा 20वीं महिला कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन इंदौर में किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग द्वारा शुरु किए गए नए 10-10 वजन वर्गों में मुकाबले होंगे लेकिन हर मुकाबले के लिए दो दिन का नया नियम इसमें लागू नहीं किया जाएगा।
हाल में यूनान के एथेंस में हुई विश्व कैडेट कुश्ती प्रतियोगिता में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के 10 वजन वर्गों और दो दिन के मुकाबलों का नियम प्रयोग के तौर पर लागू किया गया था, लेकिन इंदौर में होने वाली राष्ट्रीय चैंपियनशिप में दो दिन का नियम लागू नहीं किया जा रहा है। भारतीय कुश्ती महासंघ ने एक सर्कुलर के जरिए अपनी सभी संबद्ध इकाइयों और बोर्डों को कहा है कि वे अपनी राज्य चैंपियनशिप नए वजन वर्गों के अनुसार कराए।
फेडरेशन के सूत्रों के अनुसार, आगामी राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में 10-10 नए वजन वर्गों को रखा गया है, लेकिन प्रतियोगिता का फार्मेट वही पुराना है यानी एक दिन पहले वजन और एक दिन में ही पदकों का फैसला हो जाना।
दो दिन के नए नियम में पदक राउंड के मुकाबले दूसरे दिन होने है और साथ ही दूसरे दिन भी पहलवानों का वजन लिया जाना है, जिसमें पहलवानों को दूसरे दिन वजन में दो किलोग्राम का छूट दिया जाना शामिल है।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने पिछले अगस्त में पेरिस में हुई सीनियर विश्व कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान अपने ब्यूरो की बैठक में फ्री स्टाइल ग्रीको रोमन और महिला तीनों में वजन वर्गों की संख्या आठ से बढ़ाकर 10 कर दी थी और साथ ही दो दिन के मुकाबलों की भी घोषणा की थी।
फेडरेशन सूत्रों के अनुसा, नए नियमों का पालन जनवरी 2018 से होना है लेकिन कुछ राष्ट्रमंडल देशों में अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप ही क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट है इसलिए राष्ट्रीय चैंपियनशिप सिर्फ 10 वजन वर्गों के साथ कराई जा रही है।