मुम्बई। एशियाई बाजारों में तेजी के बीच दिग्गज कंपनियों के आए बेहतरीन तिमाही परिणामों के समाचारों से घरेलू शेयर बाजार पिछले सात दिन की गिरावट से उबरने में गुरुवार को कामयाब हुए। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी गिरावट और रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव न किए जाने से भी निवेश धारणा को मजबूती मिली है।
घरेलू संस्थागत निवेशकों की लिवाली से बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 0.97 फीसदी यानी 330.45 अंक की बढ़त बनाता हुआ 34,413.16 अंक पर और निफ्टी 0.96 प्रतिशत यानी 100.15 अंक की बढ़त में 10,576.85 अंक पर बंद हुआ।
कारोबारियों के मुताबिक, निवेशकों को महंगाई बढ़ने की आशंका के कारण रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दर बढ़ाए जाने की चिंता थी लेकिन मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया जिससे निवेशकों का मनोबल बढ़ा है। इसी बीच इंफोसिस और सिप्ला जैसी दिग्गज कंपनियों के बेहतरीन तिमाही परिणामों ने भी बाजार को मजबूती दी है।
अमेरिकी भंडार में बढ़ोतरी के दबाव में वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमत भी घट गई है। कच्चा तेल करीब ढाई फीसदी लुढ़का है। निवेशकों की लिवाली के दम पर सेंसेक्स की शुरुआत 125.41 अंक की बढ़त के साथ 34,208.11 अंक से हुई। कारोबार के दौरान 34,634.35 अंक के उच्चतम और 34,108.76 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह अंतत: गत दिवस की तुलना में 0.97 फीसदी की बढ़त बनाता हुआ 34,413.16 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 में से 23 कंपनियों के शेयरों की कीमत में उछाल देखा गया। निफ्टी भी 41.80 अंक की तेजी में 10,518.50 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 10,637.80 अंक के उच्चतम और 10,479.55 अंक के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.96 फीसदी की बढ़त बनाता हुआ 10,576.85 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 41 कंपनियां हरे निशान में रहीं।
दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझोली कंपनियों में भी लिवाली का जोर रहा। बीएसई का मिडकैप 1.82 प्रतिशत यानी 298.33 अंक की तेजी में 16,649.07 अंक पर और स्मॉल कैप 2.25 प्रतिशत यानी 399.56 अंक की तेजी में 17,731.63 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में आज कुल 2,930 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 2,172 बढ़त में, 642 गिरावट में और 116 के भाव अपरिवर्तित रहे। (वार्ता)