India Pakistan ceasefire and Share market : अप्रैल में निवेशकों को ट्रंप टैरिफ से राहत मिल ही रही थी कि आतंकियों ने पहलगाम में हमला कर दिया। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर दिए। बौखलाए पाकिस्तान ने भी सीमा पर स्थित भारतीय शहरों को निशाना बनाया और बात युद्ध तक जा पहुंची। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप से दोनों देशों में सीजफायर हो गया। जानिए इस स्थिति में कैसा रहता है मार्केट ट्रैंड और क्या करें निवेशक?
कैसी रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल : भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव की वजह से शेयर बाजार के लिए पिछला हफ्ता तनावपूर्ण रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,047.52 अंक नीचे आया। आखिरी 2 दिनों में सेंसेक्स में 1,292.31 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद शेयर बाजारों में उथल-पुथल के कारण निवेशकों की संपत्ति 2 दिन में 7 लाख करोड़ रुपए घट गई। शुक्रवार को निफ्टी भी 265.80 अंक यानी 1.10 प्रतिशत गिरकर 24,008 अंक पर बंद हुआ। साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स में 1,047.52 अंक यानी 1.30 प्रतिशत और एनएसई निफ्टी में 338.7 अंक यानी 1.39 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से आठ के बाजार मूल्यांकन में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 1,60,314.48 करोड़ रुपए की गिरावट आई है। शेयर बाजार में गिरावट के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे अधिक नुकसान में रही है। एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस और आईटीसी के बाजार मूल्यांकन में गिरावट आई।
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते के बाद इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की नजर भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर रहेगी। व्यापक आर्थिक आंकड़ों, चौथी तिमाही के नतीजों, विदेशी निवेशकों के रुख और वैश्विक रुझानों से भी निवेशकों की भावनाएं प्रभावित होंगी।
रक्षा कंपनियों के शेयरों में तेजी : भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़े तनाव के बीच रक्षा क्षेत्र से संबंधित कंपनियों के शेयरों में उछाल दर्ज किया गया। शेयर बाजार में मानक सूचकांक गिरने के बावजूद रक्षा गतिविधियों से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में काफी आकर्षण देखा गया। बीएसई पर शुक्रवार को पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयर में 7.18 प्रतिशत, भारत डायनेमिक्स लिमिटेड में 5.34 प्रतिशत, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में 2.92 प्रतिशत, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में 1.84 प्रतिशत और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड के शेयर में 1.38 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फिनसर्व, अदाणी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एनटीपीसी में उल्लेखनीय गिरावट हुई।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : बाजार विशेषज्ञ सागर अग्रवाल ने बताया कि पिछला हफ्ता शेयर बाजार से नकारात्मक ही रहा। मेटल, ऑटो समेत लगभग सभी सेक्टरों में गिरावट रही। केवल डिफेंस सेक्टर के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान सैन्य संघर्ष की वजह से लोग फिलहाल बाजार में इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे हैं। विदेशी निवेशकों के साथ ही घरेलू निवेशकों में भी डर का माहौल है। इस वजह से एसआईपी और म्यूचुअल फंड के माध्यम से भी बाजार में आने वाला निवेश घटा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल यहां अस्थरिता बनी हुई है और सकारात्मकता का अभाव है।
अग्रवाल ने कहा कि सीजफायर की घोषणा के बाद भी निवेशकों को बाजार के एकदम बढ़ने के उम्मीद नहीं करना चाहिए। पूरे माह बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। लोगों को डर है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा। इससे एक बार फिर दोनों देशों में टकराव बढ़ सकता है। ऐसा कभी नहीं होता कि संघर्ष विराम होने ही बाजार एकदम बढ़ जाए। उन्होंने कहा कि निवेशक फिलहाल वेट एंड वॉच की स्थिति में है। नियमित रूप से बाजार पर नजर रखने वाले भी सर्तकता के साथ केलकुलेटेड रिस्क ले रहे हैं।
अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।