सेंसेक्स 523 अंक लुढ़का, निवेशकों के 15 लाख करोड़ डूबे

बुधवार, 25 अक्टूबर 2023 (18:00 IST)
Share Market Update : पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से स्थानीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बुधवार को लगातार 5वें कारोबारी सत्र में भी जारी रहा। सेंसेक्स 522.82 अंक गिरकर 64,049.06 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 159.60 अंक टूटकर 19122.15 अंक पर आ गया। लगातार गिरावट से निवेशकों को करीब 15 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
 
इसके असर में दोनों मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी करीब एक प्रतिशत तक गिर गए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 522.82 अंक यानी 0.81 प्रतिशत गिरकर 64,049.06 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 659.72 अंक यानी 1.02 प्रतिशत तक गिरकर 63,912.16 अंक पर भी आ गया था।
 
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 159.60 अंक यानी 0.83 प्रतिशत टूटकर 19,122.15 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में में इंफोसिस, भारती एयरटेल, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, टाइटन और एक्सिस बैंक में प्रमुख रूप से गिरावट दर्ज की गई। दूसरी तरफ टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति और नेस्ले के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
 
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, पश्चिम एशिया में तनाव से बाजार में गिरावट का माहौल है और निवेशक धारणा सतर्क बनी हुई है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और दूसरी तिमाही के नतीजों को लेकर आशावादी नजरिया कायम रहने के बावजूद निवेशकों ने उच्च ब्याज दर परिदृश्य में वृद्धि दर धीमी होने की आशंका को देखते हुए सतर्क रुख अपनाया है।
 
नायर के मुताबिक, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और छोटी एवं मझोली कंपनियों के शेयरों में मूल्यांकन संबंधी चिंताओं के बीच बड़ी कंपनियों के शेयरों पर एक सकारात्मक रणनीति नजर आ रही है। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा।
 
यूरोप के अधिकांश बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में बढ़त रही थी। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.30 प्रतिशत चढ़कर 88.32 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इक्विट्री कैपिटल के सह संस्थापक पवन भराडिया ने कहा, बाजार पहले से ही मुनाफावसूली का मौका तलाश रहा था। अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी, भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने और कंपनियों के शुरुआती नतीजों ने इस बहुप्रतीक्षित गिरावट का मौका मुहैया करा दिया।

निवेशकों को 15 लाख करोड़ रुपए का नुकसान : शेयर बाजार में लगातार 5वें दिन गिरावट से निवेशकों को करीब 15 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, क्योंकि बीएसई पर लिस्‍टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप घटकर 309.32 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो कि 1 अक्‍टूबर को बाजार बंद होने के बाद 323.87 लाख करोड़ रुपए था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 252.25 करोड़ रुपए मूल्य की शुद्ध खरीदारी की थी। दशहरा के अवसर पर मंगलवार को शेयर बाजार बंद रहे थे।
Edited By : Chetan Gour 

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