* तिल-गुड़ के लड्डू से प्रसन्न होते हैं श्री गणेश।
Til Sankashti Chauth : प्रतिवर्ष माघ मास में आने वाली चतुर्थी को सकट, तिल संकष्टी या संकटा चौथ कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश के पूजन के पश्चात उन्हें विशेष तौर पर तिलकूट का भोग लगाने का महत्व और मान्यता भी है। माना जाता है कि इस भोग/ नैवेद्य से प्रसन्न होकर श्री गणेश हमें सभी संकटों से मुक्ति देकर जीवन में शुभता का आगमन करते हैं तथा समस्त परेशानियां दूर होकर जीवन में खुशहाली आती है।
आइए यहां जानते हैं इस चतुर्थी पर तिलकूट बनाने की विधि, इसमें आपको खास 2 मुख्य सामग्री की आवश्यकता होगी, एक तिल और दूसरा गुड़। तो आइए यहां जानते हैं तिलकूट या तिलकूटा के लड्डू घर पर कैसे बनाएं-
सामग्री : 500 ग्राम धुले हुए तिल, 300 ग्राम गुड़, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, 1/2 कटोरी मेवे की कतरन, 5-7 केसर के लच्छे।
विधि : सबसे पहले तिल को साफ करके कढ़ाई में डालकर हल्का भून लें और एक थाली में निकाल कर ठंडी होने दें। अब गुड़ को दरदरा कर लें। तत्पश्चात भुनी हुई तिल को मिक्सी में डाल कर दरदरी पीस लें, अब गुड़ डालकर 2-3 बार ग्राउंड कर दें। तैयार मिश्रण को एक थाली में निकाल लें।
ऊपर से पिसी इलायची और मेवे की कतरन, केसर के लच्छे डालें और अच्छी तरह मिक्स करके तिलकूट का भोग श्री गणेश को लगाएं।
यदि आप अपने मनपसंद आकार के लड्डू बनाना चाहते हैं तो इसी मिश्रण से तिलकूट के लड्डू भी बना सकते हैं। फिर तिल चतुर्थी के खास अवसर पर इन लड्डुओं से भगवान श्री गणेश को भोग लगाएं।