स्वामी ओम को देख मैं भाग जाऊंगी: नीतिभा

बिग बॉस में अपनी जगह बनाने के लिए दिल्ली की एक कुड़ी ने गूगल इंडिया में अपनी जमी- जमाई नौकरी को छोड़ दिया और बिग बॉस के घर की मेहमान बन गईं, और अब जब घर से बाहर निकली हैं तो बस सीधे फ्लाइट लेकर अपनी मम्मी के पास चली जाना चाहती हैं। नीतिभा अपने एविक्शन पर भी उतनी ही सादगी से रुखसत लेकर गई हैं जितनी कि वो घर के अंदर भी ग्रेस के साथ रहती थीं। उनके एविक्शन पर 'वेबदुनिया' ने उनसे बातें की।
 
अपने आपको कितना बेहतर इंसान बनाकर निकली हैं बिग बॉस के घर से?
उस तरह से बात करें तो मैं कहूंगी कि ये 90 दिन तो सिर्फ दर्शकों के लिए हैं, जो दिन और रात में से केवल एक घंटे हर दिन हमें देख रहे थे। लेकिन हमारे लिए तो 90 दिन और 24 घंटे का गणित है। हमें तो लगा कि हम महीनों और सालों से बिग बॉस के घर के अंदर ही हैं। आप दुनिया से कटे हुए हैं तो समय नहीं कटता है और हर चीज धीरे-धीरे होती है, लेकिन इस समय में आप अपने बारे में बहुत सारी छोटी-छोटी चीजें जान लेते हैं। आपके पास फोन नहीं है। आपके पास लोग भी नहीं हैं, जो आपसे बातें करें और आपको समझाएं। तो आप फिर खुद सीखने लगते हैं अपनी गलतियों को समझकर। उसे दूर करने की कोशिश करते हैं। आप एक समझदार शख्स बनने लगते हैं, जो ये समझने लगते हैं कि जिंदगी में क्या करना चाहते हैं। आप आम जिंदगी में जितना सोचते हैं ना, घर के अंदर उससे ज्यादा सोचते हैं। 


 
आप पहले गूगल जैसी कंपनी में काम करती थीं जिसे आप बिग बॉस में आने की वजह से छोड़कर आईं। क्या आज आप खुश हैं?
मैं बहुत खुश हूं। अब मैं घर से 2-3 हफ्ते बाद निकल जाती तो सोचती कि क्या ये सफर मुझे महंगा तो नहीं पड़ गया? मैं इतनी जल्दी घर से बाहर हो गई हूं। लेकिन अब 90 दिनों के बाद मुझे कोई अफसोस नहीं है। 3 महीने घर में बिताए हैं और करोड़ों लोग इस शो को रोज देखते हैं तो जरूर कोई असर छोड़ा है मैंने लोगों पर, वही काफी है मेरे लिए।
 
आपको तो बिग बॉस ने अपने आपको एक एक्ट्रेस के तौर पर आगे लाने का मौका दे दिया है?
इस इंडस्ट्री में अपने आपको ठीक तरीके से संवारकर रखना होता है। आप दर्शकों की नजर के सामने होते हैं 24 घंटे। तो बिग बॉस ने मुझे अपने आपको इस इंडस्ट्री में रहने का मौका तो दिया है, इसमें कोई दोराय नहीं है।
 
आपने शुक्रवार के एपिसोड में रात को एक बजे मनवीर से कहा था कि अगर आप शो से चली गईं तो क्या होगा? फिर आप रात को बिग बॉस के दरवाजे को भी देखती हैं। क्या आपकी छठी इन्द्री कह रही थी कि ये एविक्शन होने वाला है? 
मुझे मेरे आभास पर बहुत विश्वास है। मेरी सिक्स्थ सेंस बहुत बार सही कहती है कि हालांकि घर में ये कभी-कभार गलत भी हुआ है, जैसे राहुलजी और मेरे बीच में जब एविक्शन होना था, तो राहुलजी चले गए और मैं रह गई। उस रात भी मैंने बिग बॉस के बोर्ड को देखा था, तो इस बार भी मुझे लग तो रहा था कि मैं जा सकती हूं लेकिन मुझे लोगों ने सेलिब्रिटी होने के बावजूद वोट दिए थे तो लगता था कि शायद रुक जाऊंगी मैं, लेकिन मैं हमेशा खुद को सबसे बुरी खबर के लिए तैयार रखती हूं कि कभी ऐसा कुछ हो भी जाए तो मैं तैयार रहूंगी।
 
आप इंडिया वाले टीम में थी तो आपने कभी सेलेब और इंडिया वालों के अंतर को महसूस किया है?
कोई अंतर तो नहीं था। मैं थी तो हमेशा इंडिया वाली। वैसे भी मेरे लिए ये अंतर कोई मायने नहीं रखता था, क्योंकि सारे ही सेलेब से मेरी अच्छी दोस्ती थी। मैं उनसे बात करती रहती थी। अपने अनुभव बताती रहती थीं। मेरे और बानी में कई चीजें कॉमन भी थीं लेकिन शायद मनु, मनवीर और लोकेश को लगी होगी ये गैप, क्योंकि ये लोग अलग तरीके से अपनी जिंदगी जीते आए हैं ना। उनको अगर ऐसा लगा भी होगा तो कोई ताज्जुब की बात नहीं है। आप उस तरीके के नहीं हैं, आप एक अलग बैकग्राउंड से आए हैं तो आपको सेलेब अलग लगेंगे भी ना। जब तक इंडिया वाले और सेलिब्रिटीज का कॉंन्सेप्ट था तो मैंने इंडिया वालों का साथ दिया है। जहां जरूरत थी वहां टास्क में अपना योगदान दिया और जैसे ही बिग बॉस ने इसे खत्म किया, वो रुल्स जला दिए। मैंने सोचा, चलो अब अपनी ताकत पर खेल खेलना होगा।
 
इन दिनों बानी और लोपा के झगड़े बहुत ही अलग स्तर पर पहुंच गए थे तो वहीं खड़ी भी थीं आप? क्या आप बताएंगी असल में हुआ क्या था?
एक तीसरे पक्ष के तौर पर मुझे लगा कि दोनों ही बहुत अपरिपक्व अंदाज में थे। दोनों को इतना इमोशनल होने की जरूरत नहीं थी। बानी को तो भी इतना नहीं कहना था और लोपा तो एक और लेवल पर चली गईं, जहां वो कह रही थी कि बोटॉक्स कराया है या लिप इंजेक्शन लगाते हो, तो वो ज्यादा पर्सनल हो गई थीं। फिर बानी ने तो और भी कुछ कर दिया। तो मुझे लगता है कि दोनों ने बहुत ही इमेच्योर होकर के हालात को देखा और ये दोनों की इमेज को सूट नहीं करता, क्योंकि एक तो 'मिस इंडिया' है। उसे ये सब शोभा नहीं देता और बानी तो इतने सालों से इस इंडस्ट्री में रही हैं और उन्हें इतना अनुभव है। तो दोनों ही अपनी बातों से परे हटकर कुछ सोचते तो अच्छा होता या दोनों ही ऐसे रिएक्ट न करते तो अच्छा होता। 
 
आपको टॉप पर पहुंचने वाला कौन दावेदार लगता है?
मनवीर तो पहुंच गए हैं। मुझे लगता है कि मनवीर, बानी और लोपा या मनु के बीच में कोई होगा। ये मजबूत दावेदार हैं। 
 
आप भी दिल्ली की हैं और स्वामी ओम भी दिल्ली और नोएडा के रहने वाले हैं। कभी ऐसा हुआ कि वो सामने आ गए तो क्या करेंगी आप? 
अगर मैं कभी टकरा गई या आमने-सामने पड़ गई तो मैं सीधा देखकर सीधे दौड़ लगाकर भाग जाऊंगी, क्योंकि वो ऐसे इंसान हैं जिन्हें सिर्फ नजरअंदाज ही किया जा सकता है और जिनको जितनी कम पब्लिसिटी मिले उतना अच्छा होगा, क्योंकि जितना उनसे बात करेंगे या उलझेंगे वो उतनी गंदगी फैलाएंगे। आपने उनको पहले सप्ताह से लेकर अभी घर से बाहर निकलने तक देखा होगा ही। उनको बस फुटेज और मीडिया अटेंशन चाहिए। 
 
अभी नया क्या करने के मूड में हैं? नया जॉब या दिल्ली में रहना या मुंबई में आ रही हैं?
अभी तो मैं दिल्ली वापस जा रही हूं, क्योंकि अभी तक मैं किसी घर वालों से या दोस्त नहीं मिली हूं। घर जाऊंगी, थोड़ा आराम करूंगी फिर फिनाले होगा। तो उसके बाद मैं अपनी किस्मत को मुंबई में आजमाने आने वाली हूं। जैसे ही कुछ करना शुरू करूंगी तो आप लोगों को बताऊंगी।

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