हसीन ख़ता

शनिवार, 31 अगस्त 2013 (15:36 IST)
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की है कोई हसीन ख़ता हर ख़ता के साथ,
थोड़ा-सा प्‍यार भी मुझे दे दो सज़ा के साथ
गर डूबना ही अपना मुक़द्दर है तो सुनो,
डूबेंगे हम ज़रूर मगर नाख़ुदा के साथ।

-कैफ़ी आज़मी

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