विश्वकप विजेता तीरंदाज दीपिका कुमारी का टोक्यो ओलंपिक में अभियान खत्म हो चुका है। एकल प्रतियोगिता में लगातार आगे बढ़ रही दीपिका क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया की खिलाड़ी अन सान से 0-6 से हारकर टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गई।
इससे पहले दुनिया की नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी ने पूर्व विश्व चैम्पियन रूसी ओलंपिक समिति की सेनिया पेरोवा को रोमांचक शूट आफ में हराकर टोक्यो ओलंपिक महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया था।
पांच सेटों के बाद स्कोर 5-5 से बराबरी पर था। दीपिका ने दबाव का बखूबी सामना करते हुए शूटआफ में परफेक्ट 10 स्कोर किया और रियो ओलंपिक की टीम रजत पदक विजेता को हराया।
दीपिका और कोरियाई खिलाड़ी अन सान का सामना इसी जगह पर तोक्यो 2020 टेस्ट टूर्नामेंट में 2019 में हुआ था लेकिन भारतीय खिलाड़ी को पराजय का सामना करना पड़ा था। आज एक बार फिर अन सान दीपिका पर भारी पड़ी।
दीपिका का तीसरा ओलंपिक, इस बार भी मेडल चूकी
दीपिका ने दुनिया की नंबर एक तीरंदाज के रूप में लंदन 2012 में ओलंपिक पदार्पण किया था लेकिन वह पहले ही दौर में बाहर हो गयी थीं।
रियो 2016 से पहले भी फिर उनसे काफी उम्मीदें लगायी गयीं थीं लेकिन वह प्री क्वार्टरफाइनल से ही बाहर हो गयीं।
मुकाबले से पहले दीपिका ने कहा था, मेरी किस्मत ही खराब है। नहीं पता कि आगे क्या लिखा है। हर बार ओलंपिक से पहले मैं कुछ जीतकर सुर्खियों में आ जाती हूं। ईमानदारी से कहूं मैं सुर्खियों में नहीं आना चाहती लेकिन यह हो जाता है।
उन्होंने कहा, उम्मीदों का दबाव लोगों से नहीं बल्कि खुद से ही होता है क्योंकि आप हमेशा अपना प्रदर्शन बेहतर करना चाहते हो।
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for #IND's Deepika Kumari in the women's individual recurve #archery event.
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) July 30, 2021
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दीपिका ने कहा, जब आप यहां निशाना लगाते हो तो आप देश के लोगों का दबाव महसूस नहीं करते। यह इतना मायने नहीं रखता बल्कि यह खुद का दबाव होता है जिसका अकसर असर पड़ता है। हम हमेशा इससे निपटने की कोशिश करते हैं।