ऊटी, जिसे 'दक्षिण का रानी' भी कहा जाता है, अपनी हरी-भरी पहाड़ियों, सुहावने मौसम और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। ऊटी सुंदर दृश्यों और नेचुरल सौंदर्य का आनंद लेने के लिए बहुत ही खूबसूरत जगह है। वैसे तो आप साल में कभी भी ऊटी घूमने जा सकते हैं लेकिन बरसान के भीगे मौसम में ऊटी की खूबसूरत वादियों में घूमना किसी सुन्दर सपने जैसे लगता ही है।ALSO READ: IRCTC के पैकेज में घूमें हैदराबाद, साथ में फ्री मिलेगा खाना-पीना और रहना
बरसात में ऊटी
वैसे मार्च से जून तक ऊटी में सबसे ज़्यादा भीड़ होती है। लेकिन जुलाई के समय में यहां का मौसम शांत और मनमोहक हो जाता है। जब पूरे भारत में भारी बारिश का मौसम होता है तब ऊटी के पहाड़ों पर ठंडी हवाएं और फूलों से भरी बागवानियां खूबसूरत दिखती हैं। तापमान आमतौर पर 15°C से 25°C के बीच रहता है। अक्टूबर से फरवरी में यहां का मौसम ठंडा और सर्द होता है, और ज़्यादा बारिश का खतरा भी रहता है।
जानें कब होती है कम भीड़
गर्मियों में भी ऊटी का अनुभव बहुत खास होता है, लेकिन इस समय यहां काफी भीड़ होती है। अगर आप शांति और सुकून की तलाश में हैं, तो जून और सितंबर के बीच का समय बेहतर रहेगा। इस समय में पर्यटक कम होते हैं, और आप नेचुरल सुंदरता का आनंद शांति से ले सकते हैं। ऊटी की हरियाली और ठंडी हवाएं इस मौसम में भी मन को बहुत भाती हैं।
कहां और कैसे ठहरें
ऊटी में ठहरने के लिए कई होटल, गेस्ट हाउस, और रिजॉर्ट उपलब्ध हैं। यहां की मुख्य सड़क से जुड़े होटल अच्छी सुविधाएं देते हैं और आप लोकल फूड का मजा भी ले सकते हैं। ऊटी तक पहुंचना भी आसान है। आप रेल, सड़क, या हवाई मार्ग से यहां आ सकते हैं। ट्रेन से आना एक अच्छा अनुभव हो सकता है क्योंकि रास्ते में सुंदर दृश्य मिलते हैं। सड़क मार्ग से भी यात्रा आरामदायक है, और कोयंबटूर हवाई अड्डा सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है, जहां से आप ऊटी तक आसानी से पहुंच सकते हैं।