ग़ाज़ा में पोलियो को हराने के लिए हथियार डाल देने की अपील

UN

शनिवार, 17 अगस्त 2024 (15:15 IST)
ग़ाज़ा में 10 महीनों तक इसराइली बमबारी होने से भीषण नुक़सान हुआ है और लाखों लोग बेघर होकर बार-बार विस्थापित हो रहे हैं।

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने ग़ाज़ा में युद्धरत पक्षों से अपने हथियार डाल देने की अपील की है ताकि मानवीय सहायता कर्मी 5 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो निरोधक वैक्सीन की ख़ुराकें पिला सकें।

UN agencies are poised to launch a campaign to vaccinate more than 640,000 children in Gaza against polio.

“I am appealing to all parties to provide concrete assurances right away guaranteeing humanitarian pauses for the campaign,” UN chief @antonioguterres said on Friday. pic.twitter.com/1DQZxbezP1

— UN News (@UN_News_Centre) August 16, 2024
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि वो सभी पक्षों से बिल्कुल इसी समय इस तरह के आश्वासन देने की अपील करते हैं जिनमें पोलियो वैक्सीन अभियान के लिए युद्धक गतिविधियों में मानवीय ठहराव की गारंटियां दी जाएं"

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, "आइए, हम बेबाक बात करें। पोलियो से निपटने के लिए असल वैक्सीन शान्ति और तुरन्त लागू होने वाला युद्धविराम है। मगर किसी भी परिस्थिति में, एक पोलियो युद्ध ठहराव आवश्यक है"

उन्होंने कहा कि हर तरफ़ युद्ध का विध्वंस जारी रहते हुए पोलियो वैक्सीन की ख़ुराकें पिलाना असम्भव है। "पोलियो राजनीति से भी परे है। पोलियो इन्तज़ार नहीं करता है। पोलियो देशों के बीच की सीमा रेखाओं को भी नहीं पहचानता"

"इसलिए हमारी यह ज़िम्मेदारी है कि हम लोगों से लड़ाई करने के बजाय, एकजुट होकर पोलियो के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ें"

महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ग़ाज़ा की स्थिति को एक ऐसी मानवीय त्रासदी क़रार दिया जिसमें इनसानों को गेंद की तरह लुढ़काया जा रहा है।

"हर दिन लगता है कि ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी लोगों के लिए हालात और बदतर नहीं हो सकते, मगर तकलीफ़ें बढ़ती ही जा रही हैं और दुनिया मूकदर्शक बनी हुई है"

हाल के सप्ताहों में ग़ाज़ा के ख़ान यूनिस और दियर अल-बलाह इलाक़ों में पोलियो वायरस की मौजूदगी के नमूने पाए गए थे, जिसका मतलब है कि यह बीमारी ग़ाज़ा पट्टी में घूम रही है और लाखों बच्चों के लिए जोखिम उत्पन्न कर रही है। ग़ौरतलब है कि पोलियो की बीमारी बच्चों को अपंग बना सकती है।

पोलियो वैक्सीन अभियान : संयुक्त राष्ट्र अगस्त महीने के अन्त में पोलियो वैक्सीन अभियान शुरू करने के लिए तैयार है, जिसके तहत दो चरणों में 10 वर्ष तक की उम्र के लगभग छह लाख 40 हज़ार बच्चों को वैक्सीन पिलाई जाएगी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहले ही पोलियो वैक्सीन की 16 लाख ख़ुराकों को स्वीकृति दे दी है और यूनीसेफ़ भी इन ख़ुराकों की आपूर्ति के प्रयासों में समन्वय कर रहा है।

इस बीच ग़ाज़ा में सबसे बड़ी प्राथमिक सेवाएं मुहैया कराने वाली एजेंसी – UNRWA की चिकित्सा टीमें भी बच्चों को पोलियो वैक्सीन की ख़ुराकें पिलाने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है।

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