इंदौर। शहर के चार्टर्ड अकाउंटेंट और जीएसटी विशेषज्ञ भरत नीमा का मानना है कि सात राज्यों के विधानसभा चुनावों और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले आने वाला केन्द्रीय बजट पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि 2019 में अंतरिम बजट ही आएगा।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, आईडीएस और रेरा का असर हर व्यक्ति और व्यवसाय पर दिखाई दे रहा है। लोग व्यापार और लेन-देन में घबरा रहे हैं। अत: सरकार को थोड़ी शिथिलता बरतनी चाहिए। 44 एडी का विश्लेषण भी किए जाने की जरूरत है।
नीमा ने कहा कि सरकार को चाहिए की आपसी लेन-देन के मामले में भी रियायत बरती जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 1 लाख 99 हजार 999 से ज्यादा के आपसी लेन-देन (पति-पत्नी और भाई-बहन भी) पर 100 फीसदी पेनल्टी का प्रावधान है। अत: इस बात का खास ध्यान रखा जाना चाहिए, ताकि पारिवारिक लेन-देन में लोग सहज रहें।