उन्होंने कहा कि पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जब चुनाव शुरू हुआ था, तब लगता था कि भाजपा की लहर है लेकिन जैसे जैसे चुनाव पूर्वांचल की ओर बढ रहा है, लगने लगा है कि भाजपा की लहर नहीं बल्कि सुनामी आने वाली है।
सपा और कांग्रेस के गठबंधन को अपवित्र करार देते हुए भाजपा अध्यक्ष बोले, 'सपा-कांग्रेस का गठबंधन दलों और विचारधाराओं का गठबंधन नहीं है बल्कि ये बडा अपवित्र गठबंधन है क्योंकि जिन लोहिया जी का पूरा जीवन कांग्रेस के विरोध में रहा, सपा ने चुनाव जीतने के लिए आज कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है।
शाह यहीं नहीं रूके, उन्होंने कहा, 'यह दो भ्रष्टाचारी परिवारों का गठबंधन है। इस गठबंधन के साथ ही अखिलेश ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। अगर विश्वास होता कि अपने पांच साल के कार्यकाल के बूते वह फिर से सत्ता में आ सकते हैं तो कभी गठबंधन नहीं करते। उनमें आत्मविश्वास का अभाव है। जीत के विश्वास का अभाव है।' (भाषा)