बिजनौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सपा और कांग्रेस के गठबंधन पर करारा हमला बोलते हुए आज कहा कि यह राजनीतिक नहीं बल्कि देश और प्रदेश को लूटने वाले दो कुनबों का गठबंधन है।
मोदी ने शुक्रवार को यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दोनो दल राजनीतिक पार्टी के बजाये कुनबे हैं। जिसमें एक दिल्ली का है और एक सैफई का। एक ने देश लूटा है और दूसरे ने प्रदेश। अब दोनों मिलकर उत्तर प्रदेश को लूटना चाहते हैं। दोनों सोचते हैं कि प्रदेश के मालिक वही हैं। इसलिए प्रदेश को लूटने के लिए एक मंच पर इकट्ठा हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कटाक्ष किया कि '27 साल-यूपी बेहाल' का नारा लगाने वाले चारों ओर 'कमल' देखकर घबरा गए और सपा से 'आ गले लग जा' की तर्ज पर मिल गए। उन्होंने कहा, 'मैने सोचा था कि अखिलेश पढ़ा लिखा नौजवान है। सीखने का प्रयास कर रहा है। आशा थी कि राजनीति में अच्छा काम करेंगे, लेकिन उन्होंने उस नेता से हाथ मिला लिया जिससे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 10 फीट की दूरी बनाकर रहना पसंद करते हैं।'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उन्होंने चुटकी ली कि कम्प्यूटर पर गूगल में जायें तो कांग्रेस के एक नेता की बचकाना हरकतों पर इतने चुटकुले मिल जायेंगे जितने शायद किसी नेता पर हों। राहुल गांधी से गले लगने के बाद अब तो अखिलेश यादव की समझदारी पर भी शक होने लगा। उन्होंने कहा कि यह कुनबे राज्य का भला नहीं कर सकते क्योंकि इनमें सोच ही नहीं है। मुलायम सिंह यादव का नाम लिए बगैर उन्होंने कटाक्ष किया कि एक कुनबे के मुखिया ने बलात्कार की घटनाओं पर कह दिया था कि लडकों से गल्तियां होती रहती हैं क्या ऐसे लोग बहन- बेटियों की रक्षा कर सकते हैं।
मोदी ने कहा कि एक कुनबे ने अपनी जाति का भी नहीं सिर्फ अपने परिवार का भला किया है। इसी वजह से इस कुनबे के गांव सैफई के लोग मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, मंत्री और अन्य बडे पदों पर बैठे मिल जायेंगे। इस कुनबे को न तो दूसरे गांव से मतलब है और न ही आम आदमी के परिवार से।
उन्होंने गांधी-नेहरु परिवार का नाम लिए बगैर कहा, 'दूसरा कुनबा ऐसा है जिसे फैक्टरी में आलू बनने का सपना आता है। जब इन्हें यह ही नहीं पता है कि किसान खून-पसीना बहाकर आलू पैदा करते हैं। वह किसानों का क्या भला करेंगे।'
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सवाल किया कि जिसे यह नहीं पता है कि आलू फैक्टरी में नहीं पैदा होता उससे कैसे हाथ मिला लिया। उन्होंने कहा कि आमतौर पर गन्ने का बीमा नहीं होता लेकिन अखिलेश यादव सरकार ने गन्ने का भी बीमा करवा दिया।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के कार्यकाल में भ्रष्टाचारियों को बचाया गया। नोएडा के एक भ्रष्टाचारी के आरोपी इंजीनियर को बचाने के लिए राज्य सरकार उच्चतम न्यायालय चली गई लेकिन न्यायालय ने सरकार को फटकार तो लगाई ही साथ में मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने के आदेश भी दे दिए।
मायावती सरकार ने तो उसको तरक्की दे दी लेकिन अखिलेश यादव सरकार ने उसे और तरक्की देकर उसके अधिकारो को बढा दिया।
मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को बचाने के लिए दोनो कुनबों को सबक सिखाना होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र में उनकी सरकार बनी थी तो गन्ना किसानो का 22हजार करोड रुपया बकाया था। केन्द्र के खजाने से 99 फीसदी से अधिक का भुगतान कर दिया गया लेकिन छह ऐसी चीनी मिलें हैं जिसने किसानो का भुगतान नहीं किया। राज्य में भाजपा सरकार आयेगी तो पूछा जायेगा कि इन मिलों से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का क्या रिश्ता था। (वार्ता)