क्या इस बार बदलेगी विश्वनाथगंज की तस्वीर

प्रतापगढ़ जिले की विश्वनाथगंज विधानसभा ऐसी विधानसभा है कि इस क्षेत्र के मतदाताओं ने सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों को यहां से जिताकर विधानसभा तक भेजा, सरकार बनी, किन्तु इस विधानसभा क्षेत्र की तकदीर नहीं बदली। आजादी के बाद से लेकर विधानसभा चुनाव 2012 के विजयी प्रतिनिधि तक किसी ने भी क्षेत्र के विकास की सुध नहीं ली। 
विधानसभा चुनाव 2012 में परिसीमन के बाद विश्वनाथगंज विधानसभा के नाम से बनी यह विधानसभा इससे पूर्व लक्ष्मणपुर व गड़वारा के नाम से जानी जाती थी। अब विधानसभा चुनाव आने के बाद फिर सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी इस विधानसभा क्षेत्र के गांव, गली व मोहल्लों में मतदाताओं के घर-घर अपनी दस्तक दे रहे हैं व मतदाताओं का मन मोहने का प्रयास कर रहे हैं। 
 
नव सृजित विधानसभा विश्वनाथगंज के पहले विधायक रहे राजाराम पांडेय, जिन्होंने 2012 के विधानसभा चुनाव में फ़तेह हासिल की, किन्तु उनका आकस्मिक निधन हो जाने के बाद हुए उप चुनाव में अपना दल के डॉ. आरके वर्मा ने स्व. राजाराम पांडेय के पुत्र को हराकर विश्वनाथगंज विधानसभा के नए विधायक चुने गए। इनका भी हल सभी की तरह ही रहा, नेताजी मस्त, जनता पस्‍त और विधानसभा का हाल जस का तस है, बदहाल सड़कें, बिजली, पानी की स्थिति बद से बदतर, रोजगार के साधन लंबे समय से बंद, आदि मूलभूत जनसुविधा के अभाव से युक्त इस विधानसभा को कब इन सबसे मुक्ति होगी, इसकी आस इस विधानसभा के मतदाता उम्‍मीद लगाना छोड़ दें। यहां चुनाव 23 फरवरी को होना है, देखना होगा कि मतदाता किसे यहां का प्रतिनिधित्व सौंपते हैं। 
 
लालगंज सर्किल सर्वाधिक संवेदनशील : चुनाव आने से पूर्व प्रशासन मतदान संबंधी सभी तैयारियों को चाकचौबंद करने में लगा हुआ है जिसके तहत जिले के लालगंज सर्किल के अन्तर्गत आने वाले सभी थानों के अंतर्गत दो दर्जन से अधिक मतदान केंद्रों को प्रशासन ने संवेदनशील घोषित किया है। इसके अतिरिक्त प्रशासन ने सर्किल 108 बूथों को क्रिटीकल श्रेणी में रखा है, जिस पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। 23 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस प्रशासन अराजक तत्वों व अपराधी प्रवत्ति के लोगों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही कर रहा है एवं मतदान में गड़बड़ी करने की आशंका वाले संदिग्ध व्यक्तियों को सूचीबद्ध कर उन्हें लाल कार्ड दिया जा रहा है जिससे चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष संपन्‍न कराए जा सकें। 
 
दिव्यांगों से मतदान कराएंगे दिव्यांग मित्र : प्रतापगढ़ जनपद में 23 फरवरी को होने वाले मतदान में मतदान प्रतिशत को बढ़ावा देने के लिए जिले के दिव्यांगों को मतदान करने के लिए जिला प्रशासन ने जिले में सर्वे कराया कि किस मतदान केंद्र पर कितने दिव्यांग मतदाता हैं। सर्वे के उपरांत जिले में 231 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जिसके अंतर्गत दिव्यांगों की संख्या दस या उससे अधिक है, ऐसे मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं की सहायता के लिए दिव्यांग मित्रों को नियुक्त किया गया है, जिनका प्रशिक्षण भी करा लिया गया है। 

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