लखनऊ। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव उत्तरप्रदेश चुनाव से पहले भाजपा का दामन थाम लिया। अब वे भाजपा के लिए जोर-शोर से प्रचार कर रही हैं। अपर्णा के भाजपा में आने के बाद यह चर्चाएं होने लगीं कि क्या समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव बहू के इस फैसले से सहमत थे या नहीं। भाजपा में जाने के बाद अपर्णा ने कहा कि था कि उन्हें ससुर का आशीर्वाद मिला है।
मैं समय-समय पर नेताजी के सामने अपनी बात रखती हूं। उनकी बात सुनती हूं। अपर्णा ने आगे कहा कि 'पिताजी (मुलायम) हम बहुओं को कभी भी किसी चीज के लिए रोकते नहीं हैं, वह यह नहीं कहते कि यह करो वह मत करो, रोकटोक नहीं करते।'
क्या बीजेपी में जाने से पहले बात हुई थी तो उन्होंने कहा था कि हां हुई थी। अपर्णा ने कहा कि 'उन्होंने (नेताजी) ने बहुत बड़ी राजनीतक समझ दी मुझे। उन्होंने मुझे समझाया कि परिवार अपनी जगह है और राष्ट्रवाद एक तरफ है। अपर्णा ने कहा कि उनके लिए परिवार से ज्यादा राष्ट्रवाद अहमियत रखता है, इसलिए उन्होंने भाजपा में आने का फैसला किया।