यूपी में उपद्रव होने की आशंका के बीच IB का हाईअलर्ट, मतगणना से पहले कड़ी सुरक्षा, 245 कंपनी अर्धसैनिक बलों के साथ तैनात होंगे 70 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी

अवनीश कुमार

बुधवार, 9 मार्च 2022 (19:05 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में 10 मार्च को किसकी सरकार बनेगी और कौन मुख्यमंत्री बनेगा, इसका फैसला देर शाम तक हो जाएगा। इससे पूर्व होने वाली मतगणना को लेकर उत्तरप्रदेश पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। सूत्रों की मानें आईबी व अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने उत्तरप्रदेश पुलिस को कुछ जगहों पर उपद्रव होने की भी संभावना जताते हुए जानकारी भी दी है।

इसके बाद उत्तरप्रदेश में हाईअलर्ट हो गया है और जगह जगह पर भारी पुलिस फोर्स फ्लैग मार्च करता हुआ नजर आ रहा है। इसी के साथ चिन्हित उपद्रवियों की धरपकड़ भी शुरू हो गई है। मतगणना के दिन उत्तरप्रदेश में 70 हजार से भी अधिक सिविल पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

आईबी व अन्य सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट को लेकर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक नहीं होने पाएगी। इसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और उपद्रव करने वाले व्यक्ति के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी इसके भी निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मतगणना के दिन 70 हजार से भी अधिक सिविल पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। 245 कंपनी अर्द्धसैनिक बलों और 69 कंपनी पीएसई को तैनात किया गया है। चुनाव के दौरान किसी भी तरह के मार्च पर रोक रहेगी। शांति भंग करने वालों के खिलाफ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा।
इन जगहों पर हाईअलर्ट :  प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो सुरक्षा एजेंसियों ने बिजनौर, मेरठ, लखीमपुर खीरी, अयोध्या, आजमगढ़, जौनपुर, मुरादाबाद, संभल, सहारनपुर, कानपुर को हाईअलर्ट जोन में माना है। कहा गया है कि यहां की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी जाए।

यह भी कहा गया है कि सभी प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैदी के साथ काम करें और छोटी से छोटी घटना पर विशेष ध्यान रखें। गुरुवार को सुबह 8 बजे मतगणना शुरू होगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट व सर्विस वोट की गिनती शुरू होगी। आधे घंटे बाद ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की कण्ट्रोल यूनिट में दर्ज हुए वोटों की भी गणना शुरू हो जाएगी।

प्रदेशभर में छाया बनारस का मुद्दा, अखिलेश ने कहा- भाजपा कर सकती है धांधली
मंगलवार देर रात से बनारस से उठा ईवीएम का मुद्दा पूरे प्रदेशभर में छाया हुआ है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता अपने अपने जिले में स्ट्रांग रूम के बाहर पहरा देते हुए नजर आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने भाजपा बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि जहां-जहां पर भाजपा चुनाव हार रही है उन्हें सूचना मिल रही है कि प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वहां पर देर रात तक परिणाम घोषित न किए जाएं और काउंटिंग को धीमा कर दिया जाए।

उन्होंने कहा कि भाजपा को यह अहसास हो गया है कि जनता ने उसको सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है इसीलिए वह षड्‍यंत्र और साजिशों का सहारा ले रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा द्वारा समाजवादी साथियों के मनोबल को तोड़ने की हरकतें की जा रही हैं, लेकिन ऐसी किसी भी हरकत का कोई असर नहीं होगा।

जनता ने स्वयं यह माना है कि विधानसभा चुनाव 2022 लोकतंत्र और संविधान की प्रतिष्ठा बचाना उनका नैतिक धर्म है। राज्य कर्मचारियों सहित बेरोजगारी से पीड़ित नौजवानों और भाजपाई कुनीतियों से त्रस्त किसानों, गरीबों ने भाजपा की कारगुजारियों को उजागर कर उनको सबक सिखाने का काम किया है। जनता ने समाजवादी गठबंधन को हृदय से अपना शुभचिंतक माना है।

भाजपा नेता एग्जिट पोल पर जनता के अविश्वास से जब डर गए हैं तो विपक्ष पर खासकर समाजवादी नेतृत्व पर ऊलजुलूल आरोप लगाने लगे हैं। समाजवादी पार्टी का विश्वास जनतंत्र में है। यादव ने कहा कि भाजपा संविधान की मर्यादा से खेल करते हुए प्रशासन तंत्र को भी दबाव में लेकर अपनी स्वार्थपूर्ति के काम में लगी है।

भाजपा को कोई लोकलाज नहीं रह गई है। वह लोकतंत्र की पवित्रता को नष्ट करने में तुली है। लोकमत को लूटने के किसी भी दुस्साहस को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। जनता भलीभांति जानती है कि यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई है। उन्होंने कहा कि अब अपनी खीझ मिटाने के लिए भाजपा नेता अफवाहबाजी के साथ वोटों की हेराफेरी के दुष्प्रयास में जुट गए हैं। जनता में भ्रम फैलाने के लिए एग्जिट पोल का सहारा लिया गया है, जिसकी जनता ने पोल खोल दी है।

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