यूपी चुनाव : पुलिस के रडार पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, विवादित सामग्री डालते ही अब होगी कार्रवाई...

अवनीश कुमार
रविवार, 16 जनवरी 2022 (14:34 IST)
लखनऊ। कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनाव आयोग ने रैली व जनसभाओं पर रोक लगा दी है। राजनीतिक दलों से ज्यादा से ज्यादा वर्चुअल प्रचार करने को कहा गया है। इसके चलते उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दलों के साथ ही, प्रत्याशी व प्रत्याशियों के समर्थकों के पास अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का ही सहारा बचा है। सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया है।
 
आचार संहिता का उल्लंघन ना हो और किसी भी प्रकार से आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर ना डाले जा सके इसको लेकर पुलिस टीम भी सतर्क हो गई है। हर एक पोस्ट पर पुलिस निगाह बनाए हुए हैं।
 
बनाई गई निगरानी टीम - पुलिस सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों में रैलियों व जनसभाओं पर रोक के बाद पार्टी पदाधिकारी,जनप्रतिनिधि व संभावित उम्मीदवार और समर्थकों के फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्स एप ग्रुप पुलिस के रडार पर हैं।
 
चुनाव के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन न हो सके व आपत्तिजनक पोस्ट पर निगरानी रखने के पुलिस ने सोशल मीडिया निगरानी टीम/सोशल मीडिया सेल का गठन किया है। जो टीम लगातार दलों के इत्यादि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर बनाए हुए हैं।
 
दर्ज होगा मुकदमा - पुलिस सूत्रों को माने तो पुलिस के सोशल मीडिया निगरानी टीम/सोशल मीडिया सेल ने सभी के एकाउंट खंगालने शुरू कर दिए हैं। साथ ही इसकी पूरी तैयारी कर ली है कि डाली गई प्रचार सामग्री का अवलोकन तत्काल किया जा सके। विवादित मामले होने पर आचार संहिता उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज की जाएगी और चुनावी माहौल बिगाड़ने वाले को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजने की भी तैयारी कर ली है।

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