हैरिस ने दक्षिण एशियाई के ऑनलाइन प्रकाशन द जगरनॉट में प्रकाशित एक लेख में कहा कि जब मैं और मेरी बहन बड़े हो रहे थे, तब मेरी मां ने हमें हमारी विरासत की सराहना और सम्मान करना सिखाया। हम लगभग हर दूसरे साल दिवाली के मौके पर भारत जाया करते थे। हम अपने दादा-दादी और अन्य रिश्तेदारों के साथ समय बिताते थे।
उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति के तौर पर मेरे आवास (उपराष्ट्रपति के सरकारी आवास) पर दिवाली समारोह का आयोजन किया जाना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। इसका मकसद न केवल अवकाश मनाना है बल्कि दक्षिण एशियाई अमेरिकी प्रवासियों के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और विरासत का जश्न मनाना है। ALSO READ: कमला हैरिस बोलीं, अमेरिकियों को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रहे हैं ट्रंप
राष्ट्रपति पद के लिए पांच नवंबर को होने वाले चुनाव से तीन दिन पहले प्रकाशित अपने लेख में हैरिस ने कहा कि 19 साल की उम्र में उनकी मां श्यामला हैरिस भारत से अमेरिका आईं। उन्होंने लिखा कि मेरी मां के जीवन के दो लक्ष्य थे: पहला-अपनी दो बेटियों- मेरा एवं मेरी बहन माया का पालन पोषण करना तथा दूसरा स्तन कैंसर का इलाज करना।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि अमेरिका के लोग एक ऐसा राष्ट्रपति चाहते हैं जो सभी अमेरिकियों के लिए काम करे।