पीएफ कॉन्ट्रिब्यूशन के लिए फिलहाल बेसिक सैलरी की जो सीलिंग है, उसमें बढ़ोतरी की जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो आपकी पेंशन फंड में जमा होने वाली राशि बढ़ सकती है, वहीं हाथ में आने वाली सैलरी कुछ कम हो सकती है। फिलहाल सीलिंग 15000 रुपए है।
सरल भाषा में समझें तो किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 30000 रुपए है तो उस सैलरी पर उसका 12 प्रतिशत कॉन्ट्रीब्यूशन प्रोविडेंट फंड में जमा होता है। इतना ही अंश कंपनी के खाते से भी होता है। लेकिन कंपनी के अंश में दो हिस्से होते हैं। लेकिन, पेंशन फंड में बेसिक सैलरी की सीलिंग 15000 रुपए है।
अटकलें लगाई जा रही हैं कि ईपीएफओ इस वित्त वर्ष (2020-21) के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर घटा सकता है, जो 2019-20 के लिए 8.5 प्रतिशत थी। खबरों के अनुसार कोरोनाकाल में बड़ी संख्या में ईपीएफ सदस्यों ने अपने खाते से पैसा निकाला है। इसके चलते पीएफ अंशदान में भी कमी आई है। ऐसे में ईपीएफओ ब्याज दर में कटौती का फैसला ले सकता है।