अनुप्रिया ने महिलाओं से कहा कि जब अगली बार कोई पुरुष आपसे कहे रोटी बनाने के सिवा आता ही क्या है, तो इतना कह देना कि आज से ये मोर्चा आप संभालेंगे, तभी आधी आबादी के साथ न्याय होगा। कार्यक्रम में बैठे जो पुरुष महिला न्याय के पक्षधर है, पुरुषों को चकला-बेलन संभालने प्रस्ताव का समर्थन करें। उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह बात सभी पुरुषों पर लागू नहीं होती है, बल्कि उन्हीं पुरुषों के लिए है जो स्त्री की अहमियत को नहीं समझते है।