मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने गुरुवार को बताया कि 8 से 6 तक वोट डाले जा सकेंगे। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई की 2017 के विधानसभा चुनाव में सिर्फ 61 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में 59 फीसदी लोगों ने अपना वोट डाला था।
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केन्द्रों पर वीवीपैट (VVPAT) मशीनें लगाई जाएंगी। चुनाव में पारदर्शिता के लिए 1 लाख मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा भी रहेगी। इसके साथ ही 800 पोलिंग स्टेशनों पर महिला पोलिंग अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। चंद्रा ने कहा कि आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस समेत 11 दस्तावेज वोटिंग के लिए मान्य होंगे।