'भ्रष्टाचार की छत' ने एक झटके में कई परिवार उजाड़ दिए। मुरादनगर की डिफेंस कॉलोनी में ऐसा माहौल था कि जिसने भी देखा अपने आंसू नहीं रोक पाया। कहीं बच्चे अपने पिता की मौत पर बिलख रहे थे, कई महिलाएं अपने पति के गम में बेहाल थीं। इस हादसे की एक और दर्दनाक स्थिति यह थी कि आमतौर पर शव श्मशान जाते हैं, जबकि इस मामले में लाशें श्मशान से घर आई थीं। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हुई है, जबकि 20 के लगभग लोग घायल हुए हैं।