जांच के दौरान दुकानें अवैध पाई गईं। इसी दौरान उन लोगों के नाम भी सामने आए, जो बदन सिंह के साथ काम करते थे। इन दुकानों पर मालिकान हक रेनू गुप्ता का पाया गया है, जो भाजपा के पार्षद की पत्नी है। एमडीए ने इन दुकानों को ध्वस्त करने से पहले एक नोटिस भी जारी किया था। जवाब नहीं मिलने के कारण आज इन दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया।