चित्रकूट। चित्रकूट में हुई लोमहर्षक घटना में एक ताऊ-ताई ने गड़े धन के लालच में अपने भतीजे की बलि दे डाली। मिली जानकारी के अनुसार सपने को सच मानकर अंधविश्वास में गड़ा धन पाने के लिए ताऊ-ताई ने अपने ही तीसरी में पढ़ने वाले 8 वर्षीय भतीजे की बलि दे दी।
पुलिस ने हत्या के आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर छात्र कन्हैया की हत्या का खुलासा कर दिया। आरोपियों से वारदात में ईंट व छात्र की ताबीज, खून लगी चप्पल और कपड़ा भी बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बच्चे को बहाने से बुलाया और फिर गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में ईंट से चेहरा भी कुचल दिया। हत्या के आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि सीतापुर चौकी क्षेत्र के राघवपुरी निवासी राम प्रयाग का बेटा कन्हैया क्षेत्र के एक स्कूल में कक्षा 3 में पढ़ता था। 8 मार्च को बाजार जाने के लिए निकला था और तभी लापता हो गया था। उसी दिन पिता ने बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
जांच-पड़ताल में कन्हैया के रिश्ते के ताऊ भुल्लू के घर से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने अनहोनी की आशंका जताई थी। शनिवार को इस पर भुल्लू घर में ताला लगाकर गायब हो गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ताला तोड़कर भुल्लू के घर की तलाशी ली तो वहां रखे प्लास्टिक के ड्रम में कन्हैया का शव मिला था।
पुलिस ने भुल्लू और उसकी पत्नी उर्मिला समेत 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो दंपति खुद को बेकसूर बताते रहे। बाद में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया। बताया कि उन्होंने घर में धन गड़ा होने का स्वप्न देखा था। यह धन पाने के लिए कन्हैया की बलि दी थी।