आगरा। राजस्थान से पर्यटकों का जक दल ताजमहल का दीदार करने पहुंचा, यह दल अपने साथ बाल गोपाल का स्वरूप लड्डू गोपाल लेकर आया था। इन सभी लोगों की इच्छा थी परिवार और सहयोगियों के साथ नन्हे कान्हा को भी ताजमहल के दीदार करायें जायें। लड्डू गोपाल के साथ इन पर्यटकों को ताजमहल में प्रवेश नही मिला। निराश मन से वह एक दुकान पर लड्डू गोपाल को रख कर ताजमहल घूमें।
ताजमहल के पश्चिमी गेट पर डीएफएमडी द्वारा चेकिंग की जा रही थी, इसी दौरान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने जयपुर से गौतम और उनके परिवार, मित्रगणों को ताजमहल के अंदर जाने से इसलिए रोक दिया कि उनके पास लड्डू गोपाल है, जिससे यह पर्यटक परेशान हो गए कि अब कैसे ताजमहल भ्रमण हो, क्योंकि लड्डू गोपाल उनके परिवार के सदस्य है।
गौतम परिवार जब भी कहीं जाता है तो वह अपने साथ लड्डू गोपाल को लेकर जाते हैं, जो खाते हैं वह पहले उनका भोग लड्डू गोपाल को लगाता है। दुविधा में पड़े इन पर्यटकों को लोगों ने समझाया और कि वह ताजमहल परिसर से बाहर इन्हें छोड़कर ताजमहल घूम लें। अनमने मन से गौतम परिवार ने कान्हा की बाल छवि को ताजमहल के पश्चिम गेट पर बनी दुकान पर विराजित किया और फिर ताजमहल दीदार हुआ।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की गाइड लाइन के मुताबिक ताजमहल के अंदर किसी भी प्रकार की धार्मिक वस्तुएं, कोई प्रतीक चिन्ह नहीं लें जाई जा सकतीं। इससे पहले भी पर्यटकों को नियमों को तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें रोक दिया गया है। इसकी जानकारी जब हिन्दू संगठनों को लगी तो उनमें रोष पैदा हो गया।
राष्ट्रीय हिन्दू परिषद और हिन्दू महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि ताजमहल के अंदर प्रवेश के समय मनमानी की जा रही है, हिन्दुओं की आस्था का अपमान है, इसे बर्दाश्त नही किया जायेगा।