Lucknow building collapse : लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में शनिवार शाम को 4 साल पुरानी तीन मंजिला इमारत ढह गई। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत हो गई जबकि 28 अन्य घायल हैं। घायलों को लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव एवं राहत कार्य अब भी जारी है।
अधिकारियों ने कहा कि यह घटना शाम 4:45 बजे घटी। इस भवन का उपयोग गोदाम के तौर पर किया जा रहा था। भवन के भूतल में एक मोटर वर्कशाप और एक गोदाम था और प्रथम तल पर चिकित्सा सामग्री का एक गोदाम, जबकि दूसरे तल पर एक अन्य गोदाम था। इस तीन मंजिला इमारत में कुछ निर्माण कार्य चल रहा था।
जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बचाव कार्य अब यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि कोई भी मलबे में दबा ना रहे। राहत आयुक्त जी.एस. नवीन कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के बचाव दल को राहत कार्य में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही हैं।
#WATCH | Lucknow Building collapse | Joint CP Law & Order Amit Verma says, "8 people have died and the injured have been admitted to the hospital...A rescue operation is underway...A committee will be formed which will investigate the reasons for the collapse of the building..." pic.twitter.com/Avx50oVsSp
मेडिकल गोदाम में काम करने वाले और इस दुर्घटना में घायल आकाश सिंह ने कहा कि कर्मचारियों ने देखा कि भवन का एक स्तंभ क्षतिग्रस्त था। उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से हम लोग उतरकर भूतल पर आ गए थे। हमने देखा कि भवन के एक स्तंभ में दरार आ गई थी। अचानक, पूरा भवन हमारे ऊपर गिर गया।
हादसे का जिम्मेदार कौन : सवाल उठ रहा है कि हादसे की वजह क्या है और इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं। कई लोगों का मानना है कि बिल्डिंग के सामने जलभराव की वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ। कूछ लोगों का यह भी मानना है कि बिल्डिंग के निर्माण में बरती गई ढिलाइयों व काम्लेक्स के पिलर में ट्रक की टक्कर हादसा हूआ। ट्रांसपोर्ट नगर में बिल्डिंग गिरने के मामले में अभी तक किसी भी विभाग की जिम्मेदारी तय नहीं हुई है। नगर निगम ने कहा कि इससे, उनका कोई लेना देना नहीं है। बिल्डिंग संबंधित काम LDA देखता है। वहीं, LDA के अनुसार, भूखंड संख्या टीपीएन 54 का नक्शा पास 2010 में पास हुआ था। यह पता लगाया जा रहा है कि बिल्डिंग निर्माण के दौरान मानकों की अनदेखी तो नहीं हुई।
रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा, 'इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है और वह बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों का निःशुल्क इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।