Mallu became today's Shravan Kumar : श्रावण (Shravan) मास में जहां एक तरफ शिवभक्तों की भक्ति, समर्पण और आस्था देखते ही बनती है, वहीं बागपत (Baghpat) जिले के एक बेटे ने मां की भक्ति, ममता को एक डोर में पिरोकर एक ऐसी मिसाल कायम की है, जो हर दिल को छू जाती है। दतिनगर के रहने वाले मल्लू इन दिनों कावड़ यात्रा पर हैं। लेकिन मल्लू के लिए यह कावड़ यात्रा (Kavad Yatra) कोई सामान्य यात्रा नहीं है, क्योंकि यह जन्म देने वाली मां की भक्ति में तल्लीन होकर एक बेटे के दिल की आवाज है जिसमें मां के लिए श्रद्धा, सम्मान और अपार प्रेम समाया हुआ है।
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